हरिद्वार: लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू हो चुका है. वहीं लगभग दो महीने गुजर जाने के बाद हरिद्वार के बाजार खोल दिए गए हैं. वहीं बाजारों के खुलने के बाद भी गंगा घाटों की पुरानी रौनक अभी तक नहीं लौटी है.
गर्मियों के सीजन में इन दिनों हरिद्वार में हजारों की संख्या में यात्री और श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुंचते हैं. जिसके चलते हरिद्वार के बाजार और गंगा घाट गुलजार रहते हैं, लेकिन इन साल कोरोना के कारण लॉकडाउन के चलते हरिद्वार की हरकी पैड़ी समेत सभी गंगा घाट लगभग सूने पड़े हुए हैं. सिर्फ अस्थि विसर्जन और अन्य पित्र कर्म करने वाले श्रद्धालु ही हरिद्वार पहुंच रहे हैं.
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वहीं हरिद्वार के स्थानीय व्यापारी और तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि प्रशासन को हरिद्वार में यात्रियों के आने के लिए थोड़ी ढील और देनी चाहिए. जिससे व्यापारियों और तीर्थ पुरोहितों के लिए रोजगार का रास्ता खुल सके. उनका कहना है कि हरिद्वार की आर्थिक गतिविधियां पर्यटन और गंगा स्नान पर ही निर्भर है. पिछले दो महीने से लॉकडाउन के कारण यात्री हरिद्वार नहीं पहुंच रहे हैं. जिसकी वजह से तीर्थ पुरोहितों के सामने आर्थिक संकट आ खड़ा हो गया है.