हरिद्वार: धर्मनगरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना को विभागों द्वारा पलीता लगाया जा रहा है. गंगा को निर्मल और स्वच्छ रखने के विभागों के दावे धरातल पर हवा हवाई नजर आ रहे हैं. वहीं जल निगम और जल संस्थान की लापरवाही का आलम यह है कि वर्षों से चंडीघाट हाईवे से हरिद्वार को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर पानी के पाइप लाइन में लीकेज है. लेकिन इस ओर किसी भी अधिकारी का ध्यान नहीं जा रहा है.
हरिद्वार विष्णु घाट पर नालों का पानी सीधे गंगा में जा रहा है. स्थानीय लोगों द्वारा संबंधित विभागों को सूचना देने के बाद भी लीकेज आज तक ठीक करने की जहमत किसी भी अधिकारी ने नहीं उठाई. जिससे लोगों में खासा रोष है. वहीं पानी के लीकेज से सड़क पर बने गड्ढे हादसों को दावत दे रहे हैं.
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गंगा के संरक्षण 'जल बचाओ-जंगल बचाओ-जीवन बचाओ' जैसे कई अभियान जल संरक्षण को लेकर योजनाएं भारत सरकार द्वारा बनाई जा रही हैं. वहीं धर्मनगरी हरिद्वार में चंडीघाट चौराहे से हरिद्वार को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर पानी का लीकेज विभाग की लापरवाही का नमूना है.
पूर्व कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष और भाजपा नेता संजय चोपड़ा का कहना है कि जल संस्थान नमामि गंगे योजनाओं को क्रियान्वित करने वाले अधिकारियों की लापरवाही के चलते आए दिन गंगा में गंदा पानी जा रहा है. जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है और इस लीकेज की वजह से सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे हो गए हैं.
जो आए दिन हादसों को दावत दे रहे हैं. इस मार्ग से कई अधिकारी गुजरते हैं, लेकिन इस ओर किसी भी अधिकारी का ध्यान नहीं जाता है. जबकि इस बारे में कई बार लोग संबंधित विभाग के अधिकारों को अवगत करा चुके हैं, पर समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है. उन्होंने कहा कि जल्द समस्या पर गौर नहीं किया तो लोग उग्र आंदोलन को विवश होंगे.