रुड़की: शंकरपुरी गांव में डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है. बुधवार को आई रिपोर्ट में भी 11 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू की रोकथाम को लेकर भरसक प्रयास किया जा रहा है. वहीं सीएमओ हरिद्वार के मुताबिक 50 मरीजों में से 11 में डेंगू की पुष्टि हुई है. हालांकि शंकरपुरी गांव में अभी तक 46 बुखार पीड़ितों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है. वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि डेंगू पीड़ितों की संख्या विभाग के आंकड़ों से कहीं अधिक है. ग्रामीणों का कहना है कि विभागीय अधिकारी डेंगू के मरीजों की संख्या को छिपा रहे हैं.
बताते चलें, रुड़की से करीब पांच किलोमीटर की दूरी पर हरिद्वार दिल्ली हाईवे पर शंकरपुरी गांव है. शंकरपुरी गांव में डेंगू ने अपना कहर बरपाया हुआ है. करीब एक माह से भी अधिक समय से यहां बुखार का प्रकोप कम नहीं हुआ है. अधिकांश ग्रामीणों का उपचार निजी अस्पतालोंं में चल रहा है. दो दिन पहले बुखार से पीड़ित एक महिला की मौत भी हो चुकी है.
दरअसल, शंकरपुरी गांव में बुखार के प्रकोप की खबरें ईटीवी भारत द्वारा लगातार दिखाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद टूटी है. विभागीय टीम तीन सितंबर से गांव में डेरा डाले हुए है. वहीं चार सितंबर को स्वास्थ्य विभाग ने गांव में शिविर लगाकर बुखार से पीड़ित 100 ग्रामीणों के खून के सैंपल लिए थे. मंगलवार को 69 ग्रामीणों के खून के सैंपल लिए गए थे. वहीं 100 सैंपल में से 46 ग्रामीणों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार डेंगू की पुष्टि कर रहे हैं. साथ ही 69 बुखार पीड़ितों की रिपोर्ट नहीं आने की बात कही जा रही है.
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ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग डेंगू पीड़ित मरीजों के आंकड़े छिपा रहा है. ग्रामीण ललित कुमार और लोकेश का कहना है कि ग्रामीणों को विभाग ने अभी तक नहीं बताया है कि कौन डेंगू पॉजिटिव है और कौन नहीं. वहीं किसी भी ग्रामीण को अभी तक उसकी रिपोर्ट की जानकारी नहीं दी गई है. विभागीय अधिकारी डेंगू के आंकड़े छिपाने का प्रयास कर रहे हैं.