हरिद्वार: न्यायालय ने फर्जीवाड़े के आरोप में निर्मल अखाड़े (Haridwar Nirmal Akhara) के चार संतों के खिलाफ लाखों की धोखाधड़ी के मामले में चार्जशीट फाइल होने के बाद गैर जमानती वारंट जारी (non bailable warrant issued) कर दिया है. निर्मल अखाड़े के विवाद में कोर्ट ने फर्जीवाड़े के आरोपित चारो संतों के खिलाफ यह सख्त कार्रवाई की है. इतना ही नहीं न्यायालय ने इन सभी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के आदेश भी पुलिस को दिए हैं.
बता दें कि साल 2019 में निर्मल अखाड़े के कोठारी महंत जसविदर सिंह शास्त्री ने मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया था कि महंत गोपाल सिंह शिष्य महंत निरंजन सिंह निवासी निर्मल अखाड़ा संत एवेन्यू जीटी रोड अमृतसर (पंजाब), महंत जगजीत सिंह शिष्य महंत महेंद्र सिंह निवासी निर्मल संतपुरा कनखल हरिद्वार, महंत मोहन सिंह शिष्य महंत जोगेंद्र सिंह निवासी भजनगढ़ आश्रम खड़खड़ी और महंत बलवंत सिंह शिष्य रतन सिंह निवासी सुखदेव कुटी कनखल हरिद्वार ने केनरा बैंक की कनखल स्थित शाखा (Haridwar Kankhal Canara Bank) में श्रीपंचायती अखाड़ा निर्मल कनखल हरिद्वार के नाम से गैर कानूनी रूप से एक बैंक खाता खोल लिया. आरोप है कि खाता खोलने के लिए चारों ने 28 जून साल 2018 की किसी बैठक के फर्जी कागजात बैंक में दिए हैं.
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जबकि अखाड़ा संविधान के अनुसार किसी भी प्रकार की बैठक बुलाने का अधिकार केवल संस्था के अध्यक्ष श्रीमंहत के पास या संस्था के सचिव अथवा कार्यकारिणी के किसी अन्य सदस्य की अनुमति से ही है. कोठारी महंत जसविदर सिंह शास्त्री ने आरोप लगाया कि चारों महंतों ने खाते से करीब 50 लाख रुपए की ट्रांजेक्शन की है. कनखल पुलिस ने महंत गोपाल सिंह, महंत जगजीत सिंह, महंत मोहन सिंह और महंत बलवंत सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. कोर्ट में चार्जशीट दाखिल होने के बाद आरोपितों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए गए हैं. इंस्पेक्टर कनखल मुकेश चौहान ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कोर्ट के आदेश का पालन कराया जाएगा.