हरिद्वार: अखाड़ों के लिए कुंभ की शुरुआत धर्मध्वजा की स्थापना के साथ होती हैं. इसी कड़ी में श्री निर्मल अखाड़े ने पेशवाई के बाद अपनी धर्मध्वजा फहरा कर कुंभ की शुरुआत कर दी है. धर्म ध्वजा फहराने के दौरान हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई. जिसके बाद श्री निर्मल अखाड़े की कुंभ की सभी गतिविधियां इसी धर्म ध्वजा के नीचे शुरू हो गयी हैं.
धर्मनगरी हरिद्वार में महाकुंभ 2021 की शुरुआत हो चुकी है. अखाड़ों में फहरायी जाने वाली धर्मध्वजा की स्थापना के बाद अखाड़ों के कुंभ कार्य प्रारंभ हो जाते हैं. आज निर्मल छावनी में निर्मल अखाड़े की धर्मध्वजा की स्थापना की गई. इस मौके पर अखाड़ों के पदाधिकारियों सहित और मेला प्राधिकरण के अधिकारी मौजूद रहे.
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निर्मल अखाड़े के अध्यक्ष ज्ञानदेव सिंह ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार उनके कुंभ से पहले धर्मध्वजा की स्थापना की जाती है, जो धर्म का प्रतीक है. धर्म की रक्षा और प्रचार-प्रसार के लिए धर्मध्वजा की स्थापना की जाती है. इसे हम निसान साहब भी कहते है. आज से हमारे अखाड़े में लंगर की शुरुआत भी चुकी हैं.
उन्होंने कहा कि कुंभ पर्व पर लोग धर्म की प्रति जागरुक होते हैं और कुंभ जैसे आयोजन से लोगों में धार्मिक भावना बढ़ती है. महाकुंभ हिंदुओं की आस्था का बहुत बड़ा पर्व है. जिसकी शुरुआत आज निर्मल अखाड़ा द्वारा की जा चुकी है. आज से धर्मध्वजा के नीचे सभी धार्मिक कार्य किए जाएंगे. इस दौरान हमने महामंडलेश्वर का भी पटा अभिषेक किया है.