रुड़की: देश के लिए मर मिटने का जज्बा रखने वाले सैनिकों के सामने जब देश के राष्ट्रीय गीत का अपमान होने लगे तो यकीनन उनका नाराज होना स्वभाविक है. दरअसल, रुड़की में भाजपा युवा मोर्चा द्वारा सैनिक सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम में सेवानिवृत्त सैनिकों और शहीदो के परिजनों को सम्मान किया जाना था. कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि के रूप में राज्यसभा सांसद नरेश बंसल पहुंचे थे.
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय गीत से की गई. अभी राष्ट्रीय गीत पूरा भी नहीं हुआ था कि मंच पर मौजूद सभी नेता कुर्सियों पर विराजमान हो गए. जब राष्ट्र गीत के सम्मान में लोग खड़े रहे तब मंचासीन नेताओं की आंखे खुलीं, तब जाकर वह भी खड़े हुए और राष्ट्रीय गीत को बीच में ही रुकवा दिया गया. वहीं, कार्यक्रम में पहुंचे कुछ पूर्व सैनिक नेताओं के सम्मान के चलते कार्यक्रम में होता विलंब देखकर नाराज होकर वापस लौट गए.
कार्यक्रम से नाराज होकर लौट रहे कुछ पूर्व सैनिकों से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में नेताओं का सम्मान हो रहा है, सैनिकों का नहीं. उन्होंने कहा काफी देर से वह कार्यक्रम में मौजूद है. लेकिन नेताओं के सम्मान में कार्यक्रम में विलंब किया गया. पूर्व सैनिकों का कहना है कि कार्यक्रम में उनकी मौजूदगी में वंदे मातरम् का अपमान हुआ है, जिसे वह बर्दाश्त नहीं करेंगे.
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इस मौके पर कार्यक्रम में पहुंचे राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने कहा की सैनिकों के बलिदान के कारण हम खुली हवा में सांस ले पाते हैं. उन्होंने कहा कि युवा मोर्चा द्वारा यह सम्मान कार्यक्रम सराहनीय है. राष्ट्रीय गीत के अपमान के सवाल पर कहा कि सभी कार्यक्रमों में राष्ट्रीय गीत का पहला बन्द पढ़ा जाता है. यही सोचकर वह बैठ गए थे, लेकिन जब राष्ट्रीय गीत आगे भी गाया जाने लगा तो वह दोबारा से खड़े हो गए.