हरिद्वार: कोतवाली हरिद्वार क्षेत्र में रविवार शाम उस समय एक दर्दनाक हादसा हुआ जब जब एक 10 साल के बच्चे ने 11000 वोल्टेज की टूटी पड़ी बिजली की तार को पकड़ लिया. बच्चे की चीख सुन पास में ही कांवड़ मेला ड्यूटी पर आए दो पुलिसकर्मियों ने डंडे से तार को हटाकर बच्चे को छुड़ाया. जिसके बाद वे बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है.
मिली जानकारी के अनुसार, टिबड़ी फाटक के पास कुछ लोग काफी समय से झुग्गियां डालकर रहते हैं. रविवार शाम झुग्गियों में रहने वाला 10 साल का आयुष खेलता हुआ झाड़ियों की तरफ चला गया. जहां उसने 11000 वोल्टेज की बिजली की लाइन जो टूट कर गिरी हुई थी, उसे छू लिया. जिसके बाद आयुष की चीख-पुकार सुन रेलवे क्रॉसिंग के पास ही कावड़ की ड्यूटी दे रहे कांस्टेबल अमित कुमार सती और मुकेश कुमार तत्काल मौके पर पहुंचे.
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उन्होंने डंडे से करंट वाली 11000 वोल्टेज की लाइन को अलग हटाया. करंट लगने के कारण बच्चा बेहोश हो चुका था. तत्काल इसकी सूचना 108 को दी गई, लेकिन जब 108 नहीं पहुंची तो इन दोनों पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचे परिजनों के साथ बच्चे को जिला चिकित्सालय पहुंचाया, लेकिन इससे पहले ही बच्चे की मौत हो चुकी थी.
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जिसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. कोतवाली हरिद्वार इंचार्ज राकेंद्र कठैत ने बताया इस दुर्घटना की जांच की जा रही है. फिलहाल शव को मोर्चरी में रखवा दिया गया है.