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कांवड़ मेले को लेकर बैठकों का दौर जारी, जिला प्रशासन ने मांगें सुझाव

मेला नियंत्रण भवन के सभागार में आयोजित बैठक में डीएम दीपेंद्र चौधरी ने एसएसपी जन्मेजय खंडूरी और अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि महाराज समेत तेरह अखाड़ों के साधु संतों से कांवड मेले को लेकर सुझाव मांगे.

kanwad mela
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Published : Jul 10, 2019, 7:03 AM IST

हरिद्वारः प्रसिद्ध कांवड मेला आगामी 17 जुलाई से शुरू होने जा रहा है. कांवड़ मेले को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है. इसी कड़ी में मेला नियंत्रण भवन के सभागार में दो बैठकें आयोजित की गई. पहली बैठक जिला प्रशासन और साधु-संतों के बीच हुई. जिसमें डीएम दीपेंद्र चौधरी, एसएसपी जन्मेजय खंडूरी और अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि महाराज समेत तेरह अखाड़ों के साधु संतों ने भाग लिया. वहीं, जिला प्रशासन और व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के बीच हुई दूसरी बैठक में कई लोगों ने अपने सुझाव दिए.

कांवड़ मेले को लेकर हरिद्वार में आयोजित बैठक.

अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरी गिरी ने कहा कि इस बार विशाल कांवड़ मेला होने जा रहा है. साल दर साल कांवड़ मेले में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन व्यवस्था के नाम पर अभी धरातल पर कुछ नहीं हो रहा है. साथ ही कहा कि साधु-संतों ने शहर की साफ सफाई के लिए अपने धर्मशाला और शौचालय निःशुल्क कांवड़ियों को दिया जाएगा. उन्होंने 40 कांवड़ियों पर एक सफाई कर्मचारी और दो पुलिस के जवान तैनात करने की भी मांग की.

ये भी पढ़ेंः तल्ला तोली गांव के नाम स्वीकृत हुई सड़क पहुंची दूसरे गांव, विरोध में उतरे ग्रामीण

वहीं, जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी का कहना है कि साधु-संत और व्यापारी यहां के स्थानीय निवासी भी है. ऐसे में उनके सुझाव काफी उपयोगी और कारगर हैं. कांवड़ यात्रा के दौरान सफाई व्यवस्था, कावड़ियों के लिए पानी और पार्किंग की सुविधा को लेकर कई सुझाव मिले हैं. साथ ही कहा कि इस बार प्रदेश सरकार कांवड़ मेले को लेकर काफी गंभीर है.

उन्होंने कहा कि पहली बार कांवड़ मेले को लेकर दो करोड़ की धनराशि जिला प्रशासन को दी गई है. जो सभी संबंधित विभागों को आवंटित की गई है. साथ ही कहा कि शहर में जो कार्य बाकी रह गए हैं, उन्हें तय समय सीमा पर पहले पूरा किया जाएगा. उधर, व्यापारी मंडल के अधिकारियों ने भी शहर में लगने वाले जाम और सफाई व्यवस्था को लेकर चिंता व्यक्त की.

हरिद्वारः प्रसिद्ध कांवड मेला आगामी 17 जुलाई से शुरू होने जा रहा है. कांवड़ मेले को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है. इसी कड़ी में मेला नियंत्रण भवन के सभागार में दो बैठकें आयोजित की गई. पहली बैठक जिला प्रशासन और साधु-संतों के बीच हुई. जिसमें डीएम दीपेंद्र चौधरी, एसएसपी जन्मेजय खंडूरी और अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि महाराज समेत तेरह अखाड़ों के साधु संतों ने भाग लिया. वहीं, जिला प्रशासन और व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के बीच हुई दूसरी बैठक में कई लोगों ने अपने सुझाव दिए.

कांवड़ मेले को लेकर हरिद्वार में आयोजित बैठक.

अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरी गिरी ने कहा कि इस बार विशाल कांवड़ मेला होने जा रहा है. साल दर साल कांवड़ मेले में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन व्यवस्था के नाम पर अभी धरातल पर कुछ नहीं हो रहा है. साथ ही कहा कि साधु-संतों ने शहर की साफ सफाई के लिए अपने धर्मशाला और शौचालय निःशुल्क कांवड़ियों को दिया जाएगा. उन्होंने 40 कांवड़ियों पर एक सफाई कर्मचारी और दो पुलिस के जवान तैनात करने की भी मांग की.

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वहीं, जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी का कहना है कि साधु-संत और व्यापारी यहां के स्थानीय निवासी भी है. ऐसे में उनके सुझाव काफी उपयोगी और कारगर हैं. कांवड़ यात्रा के दौरान सफाई व्यवस्था, कावड़ियों के लिए पानी और पार्किंग की सुविधा को लेकर कई सुझाव मिले हैं. साथ ही कहा कि इस बार प्रदेश सरकार कांवड़ मेले को लेकर काफी गंभीर है.

उन्होंने कहा कि पहली बार कांवड़ मेले को लेकर दो करोड़ की धनराशि जिला प्रशासन को दी गई है. जो सभी संबंधित विभागों को आवंटित की गई है. साथ ही कहा कि शहर में जो कार्य बाकी रह गए हैं, उन्हें तय समय सीमा पर पहले पूरा किया जाएगा. उधर, व्यापारी मंडल के अधिकारियों ने भी शहर में लगने वाले जाम और सफाई व्यवस्था को लेकर चिंता व्यक्त की.

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आगामी कावड़ महीने को लेकर लगातार बैठकों का दौर चल रहा है गढ़वाल कमिश्नर की बैठक के बाद आज हरिद्वार के मेला नियंत्रण भवन सभागार में लगातार दो बैठक आयोजित हुई पहली बैठक हरिद्वार प्रशासन और साधु-संतों के बीच हुई जिसमें हरिद्वार जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी और हरिद्वार एसएसपी जन्मेजय खंडूरी औऱ अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि महाराज समेत तेरह अखाड़ों के साधु संत और विभागीय अधिकारी मौजूद रहे वहीं दूसरी बैठक जिला प्रशासन और हरिद्वार के व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के बीच हुई बैठक मैं कांवड़ मेले को लेकर साधु-संतों और व्यापार मंडल के साथ गंगा सभा ने अपने सुझाव जिला प्रशासन को दिए


Body:अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरी गिरी का कहना है कि इस बार विशाल कावड़ मेला होने जा रहा है और हर बार कांवड़ मेले में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है लेकिन व्यवस्था के नाम पर अभी धरातल पर कुछ नहीं हो रहा है कांवड़ मेले के दौरान आने वाले कांवड़ियों के लिए साधु-संतों ने आगे बढ़कर शहर की साफ सफाई के लिए अपनी धर्मशाला और शौचालय निशुल्क कांवरियों को दिए जाने की बात कही है वहीं महामंत्री ने 40 कांवड़ियों पर एक सफाई कर्मचारी और दो पुलिस के जवान तैनात करने की मांग भी की है वहीं व्यापारी वर्ग ने शेर के हाईवे पर लगने वाले जाम और शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर चिंता व्यक्त की है

बाइट-- हरि गिरि महाराज--महामंत्री अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद

वह इस बैठक के बाद जिला अधिकारी दीपेंद्र चौधरी का कहना है कि साधु संत और व्यापारी यहां के स्थानीय निवासी भी है इसलिए उनके सुझाव बड़े उपयोगी और कारगर है कावड़ यात्रा के दौरान साफ सफाई कावड़ियों के लिए पानी और पार्किंग की सुविधा को लेकर सुझाव प्राप्त हुए हैं इस बार प्रदेश सरकार कांवड़ मेले को लेकर खासा गंभीर है और पहली बार कांवड़ मेले को लेकर दो करोड़ की धनराशि जिला प्रशासन को दी गई है जो सभी संबंधित विभागों को आवंटित कर दी गई है और जो कार्य शेष रह गए हैं वह तय समय सीमा पर से पूरे हो जायेगे

बाइट--- दीपेंद्र चौधरी---जिलाधिकारी हरिद्वार


Conclusion:आगामी 17 जुलाई से शुरू होने वाले कांवड़ मेले में सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए लगातार हरिद्वार में बैठकों का दौर जारी है धर्मनगरी हरिद्वार कुंभ नगरी होने के बाद भी आज तक हरिद्वार में स्थाई निर्माणों पर ध्यान नहीं दिया गया प्रतिवर्ष कांवड़ मेले को सकुशल संपन्न कराना पुलिस प्रशासन और शासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होता है इसलिए लगातार ऐसी बैठकर का दौर चल रहा है मगर अभी भी धरातल पर कोई कार्य होता दिखाई नहीं दे रहा है इसलिए यह कावड़ मेला पुलिस प्रशासन और शासन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित होने वाला
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