हरिद्वारः प्रसिद्ध कांवड मेला आगामी 17 जुलाई से शुरू होने जा रहा है. कांवड़ मेले को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है. इसी कड़ी में मेला नियंत्रण भवन के सभागार में दो बैठकें आयोजित की गई. पहली बैठक जिला प्रशासन और साधु-संतों के बीच हुई. जिसमें डीएम दीपेंद्र चौधरी, एसएसपी जन्मेजय खंडूरी और अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि महाराज समेत तेरह अखाड़ों के साधु संतों ने भाग लिया. वहीं, जिला प्रशासन और व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के बीच हुई दूसरी बैठक में कई लोगों ने अपने सुझाव दिए.
अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरी गिरी ने कहा कि इस बार विशाल कांवड़ मेला होने जा रहा है. साल दर साल कांवड़ मेले में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन व्यवस्था के नाम पर अभी धरातल पर कुछ नहीं हो रहा है. साथ ही कहा कि साधु-संतों ने शहर की साफ सफाई के लिए अपने धर्मशाला और शौचालय निःशुल्क कांवड़ियों को दिया जाएगा. उन्होंने 40 कांवड़ियों पर एक सफाई कर्मचारी और दो पुलिस के जवान तैनात करने की भी मांग की.
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वहीं, जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी का कहना है कि साधु-संत और व्यापारी यहां के स्थानीय निवासी भी है. ऐसे में उनके सुझाव काफी उपयोगी और कारगर हैं. कांवड़ यात्रा के दौरान सफाई व्यवस्था, कावड़ियों के लिए पानी और पार्किंग की सुविधा को लेकर कई सुझाव मिले हैं. साथ ही कहा कि इस बार प्रदेश सरकार कांवड़ मेले को लेकर काफी गंभीर है.
उन्होंने कहा कि पहली बार कांवड़ मेले को लेकर दो करोड़ की धनराशि जिला प्रशासन को दी गई है. जो सभी संबंधित विभागों को आवंटित की गई है. साथ ही कहा कि शहर में जो कार्य बाकी रह गए हैं, उन्हें तय समय सीमा पर पहले पूरा किया जाएगा. उधर, व्यापारी मंडल के अधिकारियों ने भी शहर में लगने वाले जाम और सफाई व्यवस्था को लेकर चिंता व्यक्त की.