हरिद्वार: आगामी 2021 महाकुंभ के धीमी गति से चल रहे कार्य को लेकर संत समाज सरकार से नाराज चल रहा है. वही अब संतों की नाराजगी को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार संतो से मुलाकात कर रहे हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी से मुलाकात करने हरिद्वार उनके आश्रम पहुंचे. जहां एक बंद कमरे में 1 घंटे तक सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और अवधेशानंद गिरी की वार्ता हुई.
सीएम ने बताया कि महाकुंभ को भव्य बनाने, कुंभ में अपनी परंपरा और आधुनिकता का समावेश करने के विषय में अवधेशानंद गिरी से बातचीत हुई है. वहीं कुंभ के कार्यों में देरी को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि जब कुंभ का समय आएगा तो सारी चीजें सही नजर आएंगी. साथ ही कहा कि कुछ काम ऐसे हैं, जिनमें वक्त लगता है. साथ ही कहा कि कुंभ में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. साथ ही बताया कि हरिद्वार में हाईवे निर्माण में कार्यरत कंपनी ब्लैक लिस्ट हो गई थी. लेकिन परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की ठोस पहल से फिर से कार्य शुरू करवा दिया गया है. जल्द ही हाईवे का कार्य पूरा हो जाएगा.
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वहीं देवप्रयाग में शराब की फैक्ट्री के विरोध में 19 दिन से अनशन कर रहे साधु-संतों और हिंदू संगठनों की मांग को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि संतो की इच्छा जरूर पूरी होगी. उन्होंने कहा कि बहुत अच्छा है, कि नशे के प्रति लोग जागरूक रहें और शराब का सेवन न करें. किसी भी तरह का नशा हानिकारक होता है. लेकिन सीएम शराब फैक्ट्री पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर कुछ नहीं बोले.
वहीं जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी का कहना है कि कुंभ में अखाड़े और अखाड़े के महामंडलेश्वर के साथ यहां आने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी भूमिका होती है. कुंभ एक आस्था का पर्व है. जिसके चलते कुंभ में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं. कुंभ की सारी व्यवस्थाएं सरकार की जिम्मेदारी होती है. लेकिन अभी तक कुंभ के कार्यों में गति नहीं आई है.