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लोहारी नागपाला परियोजना के खिलाफ मातृ सदन ने खोला मोर्चा - उत्तराखंड न्यूज

स्वामी शिवानंद ने कहा कि सरकार एक तरफ गंगा की सफाई के लिए हजारों करोड़ रुपए खर्च कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ देवभूमि में गंगा के उदगम स्थान पर इस तरह की परियोजना को लगाया जा रहा है. इससे कही न कही गंगा की अविरल धारा पर भी असर पड़ेगा.

स्वामी शिवानंद
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Published : Sep 19, 2019, 8:51 PM IST

हरिद्वार: गंगा की स्वच्छता और निर्मलता के लिए कई बार आमरण अनशन चुके मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने लोहारी नागपाला परियोजना को लेकर सवाल खड़े किए है.

शिवानंद ने कहा कि इस परियोजना को बंद कराने के लिए स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद समेत कई पर्यावरणविदों ने अपना बलिदान दिया है, लेकिन अब सरकार फिर से इस परियोजना को शुरू करना चाहती है. इस परियोजना की वजह से गंगा अशुद्ध होगी. इसीलिए वो किसी भी हाल में इस परियोजना को शुरू नहीं होने देंगे.

पढ़ें- स्टिंग मामले में कल हाईकोर्ट में होगी सुनवाई, कपिल सिब्बल रखेंगे हरीश रावत का पक्ष

मातृ सदन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने कहा कि लोहारी नागपाला परियोजना को सरकार फिर से शुरू करना चाहती है. 2010 में इस परियोजना को बंद कराने के लिए स्वामी ज्ञान स्वरुप सानंद समेत कई पर्यावरणविदों ने लंबी लड़ाई लड़ी थी.

स्वामी शिवानंद ने चेतावनी दी है कि मातृ सदन किसी भी कीमत पर इसको शुरू नहीं होने देगा. यदि सरकार इसे फिर से शुरू करती है तो मातृ सदन बलिदान देने को तैयार है. सरकार का गंगा की तरफ ध्यान नहीं है. उनके अनशन के बाद सरकार ने चार परियोजना को निरस्त करने का वादा किया गया था, लेकिन सरकार इसके विपरीत कार्य कर रही हैं.

मातृ सदन ने खोला मोर्चा

पढ़ें- उत्तराखंडः पंचायत चुनाव को लेकर सभी तैयारियां पूरी, जानें किस दिन कहां होंगे मतदान?

स्वामी शिवानंद ने कहा कि सरकार एक तरफ गंगा की सफाई के लिए हजारों करोड़ रुपए खर्च कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ देवभूमि में गंगा के उदगम स्थान पर इस तरह की परियोजना को लगाया जा रहा है. इससे कही न कही गंगा की अविरल धारा पर भी असर पड़ेगा.

हरिद्वार: गंगा की स्वच्छता और निर्मलता के लिए कई बार आमरण अनशन चुके मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने लोहारी नागपाला परियोजना को लेकर सवाल खड़े किए है.

शिवानंद ने कहा कि इस परियोजना को बंद कराने के लिए स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद समेत कई पर्यावरणविदों ने अपना बलिदान दिया है, लेकिन अब सरकार फिर से इस परियोजना को शुरू करना चाहती है. इस परियोजना की वजह से गंगा अशुद्ध होगी. इसीलिए वो किसी भी हाल में इस परियोजना को शुरू नहीं होने देंगे.

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मातृ सदन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने कहा कि लोहारी नागपाला परियोजना को सरकार फिर से शुरू करना चाहती है. 2010 में इस परियोजना को बंद कराने के लिए स्वामी ज्ञान स्वरुप सानंद समेत कई पर्यावरणविदों ने लंबी लड़ाई लड़ी थी.

स्वामी शिवानंद ने चेतावनी दी है कि मातृ सदन किसी भी कीमत पर इसको शुरू नहीं होने देगा. यदि सरकार इसे फिर से शुरू करती है तो मातृ सदन बलिदान देने को तैयार है. सरकार का गंगा की तरफ ध्यान नहीं है. उनके अनशन के बाद सरकार ने चार परियोजना को निरस्त करने का वादा किया गया था, लेकिन सरकार इसके विपरीत कार्य कर रही हैं.

मातृ सदन ने खोला मोर्चा

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स्वामी शिवानंद ने कहा कि सरकार एक तरफ गंगा की सफाई के लिए हजारों करोड़ रुपए खर्च कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ देवभूमि में गंगा के उदगम स्थान पर इस तरह की परियोजना को लगाया जा रहा है. इससे कही न कही गंगा की अविरल धारा पर भी असर पड़ेगा.

Intro:गंगा को लेकर कई बार आमरण अनशन करने वाले मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने उत्तराखंड में बंद पड़ी लोहारिनागपाल परियोजना को लेकर सवाल खड़े किया है शिवानंद ने कहा कि इस परियोजना को बंद कराने के लिए स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद समेत कई पर्यावरणविदो अपना बलिदान दिया है मगर अब सरकार फिर इस परियोजना को शुरू करना चाहती है हम इस परियोजना को किसी भी हाल में शुरू नहीं होने देंगे क्योंकि इस परियोजना की वजह से गंगा अशुद्ध होगी
Body:मातृ सदन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने कहा कि लोहारिनागपाल परियोजना को सरकार फिर से शुरू करना चाहती है जबकि 2010 में इस परियोजना को बंद कराने के लिए स्वामी ज्ञान स्वरुप सानंद समेत कई पर्यावरणविदो ने लंबी लड़ाई लड़ी थी उन्होंने चेतावनी दी है कि मातृ किसी भी कीमत पर इसको शुरू नही होने देगा यदि सरकार इसे फिर से शुरू करती है तो मातृ सदन बलिदान देने को तैयार है सरकार का गंगा की तरफ ध्यान नहीं है हमारे अनशन के बाद सरकार ने चार परियोजना को निरस्त करने का वादा किया गया था मगर सरकार इसके विपरीत कार्य कर रही है

बाइट स्वामी शिवानंद परमाध्यक्ष मातृ सदन
Conclusion:सरकार एक तरफ गँगा की सफाई के लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च कर रही है वही दूसरी तरफ देवभूमि में गंगा के उदगम स्थान पर इस तरह की परियोजना को लगाया जा रहा है इससे कहीं ना कहीं गंगा कि अविरल धारा पर भी असर पड़ेगा अब देखना होगा सरकार कब तक इस परियोजना को फिर से शुरू करती है क्योंकि मातृ सदन ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार इस परियोजना को शुरू करती है तो मातृ सदन के संत इस परियोजना को किसी भी हाल में शुरू नहीं होने देगे और इस परियोजना को बन्द कराने के लिए अपना बलिदान देने से भी पीछे नहीं हटेगा
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