हरिद्वार: गंगा की स्वच्छता और निर्मलता के लिए कई बार आमरण अनशन चुके मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने लोहारी नागपाला परियोजना को लेकर सवाल खड़े किए है.
शिवानंद ने कहा कि इस परियोजना को बंद कराने के लिए स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद समेत कई पर्यावरणविदों ने अपना बलिदान दिया है, लेकिन अब सरकार फिर से इस परियोजना को शुरू करना चाहती है. इस परियोजना की वजह से गंगा अशुद्ध होगी. इसीलिए वो किसी भी हाल में इस परियोजना को शुरू नहीं होने देंगे.
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मातृ सदन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने कहा कि लोहारी नागपाला परियोजना को सरकार फिर से शुरू करना चाहती है. 2010 में इस परियोजना को बंद कराने के लिए स्वामी ज्ञान स्वरुप सानंद समेत कई पर्यावरणविदों ने लंबी लड़ाई लड़ी थी.
स्वामी शिवानंद ने चेतावनी दी है कि मातृ सदन किसी भी कीमत पर इसको शुरू नहीं होने देगा. यदि सरकार इसे फिर से शुरू करती है तो मातृ सदन बलिदान देने को तैयार है. सरकार का गंगा की तरफ ध्यान नहीं है. उनके अनशन के बाद सरकार ने चार परियोजना को निरस्त करने का वादा किया गया था, लेकिन सरकार इसके विपरीत कार्य कर रही हैं.
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स्वामी शिवानंद ने कहा कि सरकार एक तरफ गंगा की सफाई के लिए हजारों करोड़ रुपए खर्च कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ देवभूमि में गंगा के उदगम स्थान पर इस तरह की परियोजना को लगाया जा रहा है. इससे कही न कही गंगा की अविरल धारा पर भी असर पड़ेगा.