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सराय स्थित डंपिंग यार्ड में बनेगा मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी, कूड़े को संसाधन में परिवर्तित किया जाएगा - हरिद्वार आयुक्त दयानन्द सरस्वती

हरिद्वार के सराय स्थित डंपिंग यार्ड में मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी का निर्माण किया जाएगा. इस एमआरएफ का शिलान्यास बुधवार को मेयर अनीता शर्मा, पार्षद नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने किया. एमआरएफ के लिए जमीन की उपलब्धता न होने पर नगर निगम ने सराय स्थित कूड़े के 12,000 टन के ढेर को दिन-रात कार्य कर साफ किया और जगह बनायी है.

dumping yard at Sarai  in haridwar
डंपिंग यार्ड में बनेगा मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी
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Published : May 26, 2022, 3:18 PM IST

हरिद्वार: नगर निगम हरिद्वार ने शहर को कूड़ा मुक्त करने के संकल्प की ओर एक और कदम बढ़ाया है. सराय स्थित एकीकृत कूड़ा प्रबंधन सयंत्र में अविरल परियोजना के सहयोग से सूखे कूड़े के निस्तारण के लिए मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) का निर्माण कराया जा रहा है.

इस एमआरएफ के लिए जमीन की उपलब्धता न होने पर नगर निगम ने सराय स्थित कूड़े के 12,000 टन के ढेर को दिन-रात कार्य कर साफ किया और जगह बनायी. इस एमआरएफ का शिलान्यास बुधवार को मेयर अनीता शर्मा, पार्षद नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने किया.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड पर मंडराया गेहूं का संकट, RFC के पास एक दिन के लिए भी गेहूं नहीं

इस कार्यक्रम में कासा ग्रीन संस्था के वरिष्ठ अधिकारी एवं सराय प्लांट में सफाई के इंचार्ज आयुषी हाइजीन से सुधीर भी मौजूद रहे. शहर में लोगों द्वारा अब गीला और सूखा कूड़ा विभाजित कर डोर-टू-डोर सेवा को दिया जा रहा है. इस सूखे कूड़े को संसाधन में परिवर्तित करने का काम इस एमआरएफ में होगा.

इस एमआरएफ में प्रतिदिन अधिकतम 5 टन सूखे कूड़े का प्रसंस्करण होगा एवं गंगा नदी में जा रहे प्लास्टिक की मात्रा में कमी आएगी. अविरल परियोजना के अंतर्गत 4 से 5 महीने में यह प्लांट बन कर तैयार हो जाएगा और नगर निगम को हस्तांतरित कर दिया जाएगा.

हरिद्वार: नगर निगम हरिद्वार ने शहर को कूड़ा मुक्त करने के संकल्प की ओर एक और कदम बढ़ाया है. सराय स्थित एकीकृत कूड़ा प्रबंधन सयंत्र में अविरल परियोजना के सहयोग से सूखे कूड़े के निस्तारण के लिए मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) का निर्माण कराया जा रहा है.

इस एमआरएफ के लिए जमीन की उपलब्धता न होने पर नगर निगम ने सराय स्थित कूड़े के 12,000 टन के ढेर को दिन-रात कार्य कर साफ किया और जगह बनायी. इस एमआरएफ का शिलान्यास बुधवार को मेयर अनीता शर्मा, पार्षद नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने किया.

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इस कार्यक्रम में कासा ग्रीन संस्था के वरिष्ठ अधिकारी एवं सराय प्लांट में सफाई के इंचार्ज आयुषी हाइजीन से सुधीर भी मौजूद रहे. शहर में लोगों द्वारा अब गीला और सूखा कूड़ा विभाजित कर डोर-टू-डोर सेवा को दिया जा रहा है. इस सूखे कूड़े को संसाधन में परिवर्तित करने का काम इस एमआरएफ में होगा.

इस एमआरएफ में प्रतिदिन अधिकतम 5 टन सूखे कूड़े का प्रसंस्करण होगा एवं गंगा नदी में जा रहे प्लास्टिक की मात्रा में कमी आएगी. अविरल परियोजना के अंतर्गत 4 से 5 महीने में यह प्लांट बन कर तैयार हो जाएगा और नगर निगम को हस्तांतरित कर दिया जाएगा.

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