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लेखपाल मांगों को लेकर धरने पर बैठे, आर-पार की लड़ाई का एलान

हरिद्वार में लेखपाल तहसील परिसर में धरने में बैठे हुए हैं. ये धरना प्रमोशन और अमीनो को दिए जा रहे प्रमोशन कोटे को लेकर किया जा रहा है.

धरने पर बैठे लेखपाल.
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Published : Jun 14, 2019, 6:05 AM IST

हरिद्वार: तहसील परिसर में लेखपाल अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं. लेखपालों का आरोप है कि प्रशासन उनके कुछ अधिकारियों को हटाकर आमीनो को सौंप रहा है. उन्होंने बताया कि वो मामले की शिकायत कई बार प्रशासन से कर चुके हैं, लेकिन किसी ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया, जिस वजह से मजबूरन धरना करना पड़ रहा है. लेखपालों का कहना है कि वो मुख्यमंत्री तक अपनी मांग को पहुचाएंगे उसके बाद भी कुछ नहीं होता तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा.

धरने पर बैठे लेखपाल.

लेखपालों का कहना है कि सरकार की नीति काफी गलत है. यहां जो किसी पद के काबिल नहीं है उसे पद मिल रहा है. इसी के खिलाफ धरना दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आमीनो की डिग्री 12वीं की है और लेखपालों की डिग्री ग्रेजुएशन है. लेखपाल के प्रमोशन से 6 प्रतिशत कोटा अमीनो को दे दिया गया है. उन्होंने बताया कि लेखपाल का प्रमोशन कानूनों पद पर हैं और अमीनो को सीधा नायब तहसीलदार के पद पर प्रमोशन के लिए यह नियम बनाया गया है, जो बिल्कुल गलत है.

पढ़ें- शिक्षकों की नियुक्ति पर फिर महकमे की जुगाड़ व्यवस्था, 4000 अस्थायी नियुक्तियों का रास्ता साफ

लेखपाल बृजभूषण का कहना है कि आमीनो को पैमाइश की टेक्निकल या फील्ड की कोई जानकारी नहीं होती है. उन्होंने बताया कि लेखपालों ने ये निर्णय ले लिया है कि जबतक यह नियम वापस नहीं होता है तबतक आंदोलन जारी रहेगा. लेखपालों ने बताया कि उनका धरना 10 जून से जारी है, लेकिन अभी तक कोई भी उच्च अधिकारी उनकी सुध लेने नहीं पहुंचा. लेखपालों का कहना है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास तक जाएगी और उग्र आंदोलन करेंगे

वहीं, लेखपालों की हड़ताल की वजह से आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन, लेखपाल पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. उनका साफ कहना है कि नियम को वापस न होने तक हड़ताल जारी रहेगी.

हरिद्वार: तहसील परिसर में लेखपाल अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं. लेखपालों का आरोप है कि प्रशासन उनके कुछ अधिकारियों को हटाकर आमीनो को सौंप रहा है. उन्होंने बताया कि वो मामले की शिकायत कई बार प्रशासन से कर चुके हैं, लेकिन किसी ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया, जिस वजह से मजबूरन धरना करना पड़ रहा है. लेखपालों का कहना है कि वो मुख्यमंत्री तक अपनी मांग को पहुचाएंगे उसके बाद भी कुछ नहीं होता तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा.

धरने पर बैठे लेखपाल.

लेखपालों का कहना है कि सरकार की नीति काफी गलत है. यहां जो किसी पद के काबिल नहीं है उसे पद मिल रहा है. इसी के खिलाफ धरना दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आमीनो की डिग्री 12वीं की है और लेखपालों की डिग्री ग्रेजुएशन है. लेखपाल के प्रमोशन से 6 प्रतिशत कोटा अमीनो को दे दिया गया है. उन्होंने बताया कि लेखपाल का प्रमोशन कानूनों पद पर हैं और अमीनो को सीधा नायब तहसीलदार के पद पर प्रमोशन के लिए यह नियम बनाया गया है, जो बिल्कुल गलत है.

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लेखपाल बृजभूषण का कहना है कि आमीनो को पैमाइश की टेक्निकल या फील्ड की कोई जानकारी नहीं होती है. उन्होंने बताया कि लेखपालों ने ये निर्णय ले लिया है कि जबतक यह नियम वापस नहीं होता है तबतक आंदोलन जारी रहेगा. लेखपालों ने बताया कि उनका धरना 10 जून से जारी है, लेकिन अभी तक कोई भी उच्च अधिकारी उनकी सुध लेने नहीं पहुंचा. लेखपालों का कहना है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास तक जाएगी और उग्र आंदोलन करेंगे

वहीं, लेखपालों की हड़ताल की वजह से आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन, लेखपाल पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. उनका साफ कहना है कि नियम को वापस न होने तक हड़ताल जारी रहेगी.

Intro:फीड मेल ऑन ftp पर


UK_HDR_LEKHPAL_DHARNE_PAR_10006


हरिद्वार तहसील परिसर में लेखपाल अपनी मांगों को लेकर तहसील परिषद में धरने पर है लेखपालों का आरोप है कि प्रशासन हमारे कुछ अधिकारियों को हटाकर आमीनो को सौंप रहा है यह बिल्कुल ही गलत है हमारे द्वारा इसको लेकर कई बार शिकायत की गई है मगर प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है इसलिए आज हमारे को धरना देना पड़ रहा है अगर हमारी मांग पूरी नहीं होती है तो हम मुख्यमंत्री तक अपनी मांग को पहुचायेंगे अगर तब भी हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो हम उग्र आंदोलन करेंगे


Body:लेखपालों का कहना है कि सरकार इस तरह की नीति काफी गलत है जो किसी पद के काबिल नहीं है उसे वह पद मिल रहा है इस बात को लेकर हम धरने पर बैठे हैं क्योंकि आमीनो की डिग्री 12वीं की है और लेखपालों की डिग्री ग्रेजुएशन है हमारे प्रमोशन से 6 परसेंट का कोटा अमीनो को दे दिया गया है जबकि हमारा प्रमोशन लेखपालों से कानूनों पद पर हैं और अमीनो को सीधा नायब तहसीलदार के पद पर प्रमोशन के लिए यह नियम बनाया गया है यह बिल्कुल ही गलत है क्योकि आमीनो को पैमाइश की टेक्निकल या फील्ड की कोई जानकारी नहीं होती है जब तक यह नियम वापस नहीं होता है हम अपना आंदोलन जारी रखेंगे

बाइट-- बृजभूषण--लेखपाल

लेखपालों का कहना है कि इस संबंध में हमारे द्वारा कई जगह ज्ञापन दिए गए हरिद्वार जिलाधिकारी मुख्य सचिव राजस्व सचिव व अन्य अधिकारियों को लेकिन बावजूद इसके भी हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है लेखपालों को कहना है कि हमारा धरना 10 जून से जारी है लेकिन अभी तक कोई भी उच्च अधिकारी लेखपालों की सुध लेने नहीं पहुंचा है लेखपालों का कहना है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास तक जाएगी और उग्र आंदोलन करेंगे


बाइट-- अमरीश कुमार---कानूनी


Conclusion:लेखपालों की हड़ताल की वजह से आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है लेखपाल पीछे हटने को तैयार नहीं है और उनकी मांग है कि जब तक इस नियम को वापस नहीं लिया जाता तब तक वो आंदोलन जारी रखेंगे अब देखना होगा शासन और प्रशासन कब तक इनकी मांगों को पूरा करता है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा मगर लेखपालों की हड़ताल की वजह से आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है
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