हरिद्वार: तहसील परिसर में लेखपाल अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं. लेखपालों का आरोप है कि प्रशासन उनके कुछ अधिकारियों को हटाकर आमीनो को सौंप रहा है. उन्होंने बताया कि वो मामले की शिकायत कई बार प्रशासन से कर चुके हैं, लेकिन किसी ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया, जिस वजह से मजबूरन धरना करना पड़ रहा है. लेखपालों का कहना है कि वो मुख्यमंत्री तक अपनी मांग को पहुचाएंगे उसके बाद भी कुछ नहीं होता तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा.
लेखपालों का कहना है कि सरकार की नीति काफी गलत है. यहां जो किसी पद के काबिल नहीं है उसे पद मिल रहा है. इसी के खिलाफ धरना दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आमीनो की डिग्री 12वीं की है और लेखपालों की डिग्री ग्रेजुएशन है. लेखपाल के प्रमोशन से 6 प्रतिशत कोटा अमीनो को दे दिया गया है. उन्होंने बताया कि लेखपाल का प्रमोशन कानूनों पद पर हैं और अमीनो को सीधा नायब तहसीलदार के पद पर प्रमोशन के लिए यह नियम बनाया गया है, जो बिल्कुल गलत है.
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लेखपाल बृजभूषण का कहना है कि आमीनो को पैमाइश की टेक्निकल या फील्ड की कोई जानकारी नहीं होती है. उन्होंने बताया कि लेखपालों ने ये निर्णय ले लिया है कि जबतक यह नियम वापस नहीं होता है तबतक आंदोलन जारी रहेगा. लेखपालों ने बताया कि उनका धरना 10 जून से जारी है, लेकिन अभी तक कोई भी उच्च अधिकारी उनकी सुध लेने नहीं पहुंचा. लेखपालों का कहना है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास तक जाएगी और उग्र आंदोलन करेंगे
वहीं, लेखपालों की हड़ताल की वजह से आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन, लेखपाल पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. उनका साफ कहना है कि नियम को वापस न होने तक हड़ताल जारी रहेगी.