निरंजनी और जूना अखाड़े के बाद हरकी पैड़ी पर स्नान करने पहुंचा महानिर्वाणी अखाड़ा. अपने साथी अटल अखाड़ा के साथ मां गंगा में शाही स्नान करेगा.
प्रतीकात्मक स्नान कर रहे संत, अभी तक 19 हजार श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में डुबकी - हरिद्वार महाकुंभ
11:05 April 27
महानिर्वाणी अखाड़ा पहुंचा हरकी पैड़ी.
11:04 April 27
कम संख्या में स्नान को पहुंचे श्रद्धालु.
चैत्र पूर्णिमा के अवसर पर हरिद्वार में हो रहे अंतिम शाही स्नान पर्व पर सुबह 10 बजे तक सम्पूर्ण कुंभ मेला क्षेत्र के घाटों पर स्नानार्थियों की संख्या लगभग 19 हजार रही.
10:23 April 27
आज निरंजनी और आनंद अखाड़े द्वारा प्रतीकात्मक रूप से हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर शाही स्नान किया गया
हरिद्वार: कुंभ मेले का अंतिम शाही स्नान में आज निरंजनी और आनंद अखाड़े द्वारा प्रतीकात्मक रूप से हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान किया गया. वहीं, जूना, अग्नि, आह्वान और किन्नर अखाड़ा के साधु संत भी काफी कम संख्या में हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर शाही स्नान करने के लिए अपने अखाड़े से निकल गए हैं. इसके बाद महानिर्वाणी और अटल अखाड़ा भी प्रतीकात्मक रूप से शाही स्नान करेगा.
संन्यासियों के साथ अखाड़े के शाही स्नान करने के बाद, बैरागी के तीन अखाड़े और वैष्णव संप्रदाय के तीन अखाड़े हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पहुंचकर शाही स्नान करेंगे. अंतिम शाही स्नान को लेकर मेला प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं. कोरोना महामारी को देखते हुए मेला प्रशासन द्वारा सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की गई है. अखाड़ों के शाही स्नान के वक्त रूट डायवर्ट किया जा रहा है. स्थानीय लोगों को कोई परेशानी ना हो, इसको लेकर भी की व्यवस्था गई है.
11:05 April 27
महानिर्वाणी अखाड़ा पहुंचा हरकी पैड़ी.
निरंजनी और जूना अखाड़े के बाद हरकी पैड़ी पर स्नान करने पहुंचा महानिर्वाणी अखाड़ा. अपने साथी अटल अखाड़ा के साथ मां गंगा में शाही स्नान करेगा.
11:04 April 27
कम संख्या में स्नान को पहुंचे श्रद्धालु.
चैत्र पूर्णिमा के अवसर पर हरिद्वार में हो रहे अंतिम शाही स्नान पर्व पर सुबह 10 बजे तक सम्पूर्ण कुंभ मेला क्षेत्र के घाटों पर स्नानार्थियों की संख्या लगभग 19 हजार रही.
10:23 April 27
आज निरंजनी और आनंद अखाड़े द्वारा प्रतीकात्मक रूप से हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर शाही स्नान किया गया
हरिद्वार: कुंभ मेले का अंतिम शाही स्नान में आज निरंजनी और आनंद अखाड़े द्वारा प्रतीकात्मक रूप से हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान किया गया. वहीं, जूना, अग्नि, आह्वान और किन्नर अखाड़ा के साधु संत भी काफी कम संख्या में हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर शाही स्नान करने के लिए अपने अखाड़े से निकल गए हैं. इसके बाद महानिर्वाणी और अटल अखाड़ा भी प्रतीकात्मक रूप से शाही स्नान करेगा.
संन्यासियों के साथ अखाड़े के शाही स्नान करने के बाद, बैरागी के तीन अखाड़े और वैष्णव संप्रदाय के तीन अखाड़े हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पहुंचकर शाही स्नान करेंगे. अंतिम शाही स्नान को लेकर मेला प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं. कोरोना महामारी को देखते हुए मेला प्रशासन द्वारा सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की गई है. अखाड़ों के शाही स्नान के वक्त रूट डायवर्ट किया जा रहा है. स्थानीय लोगों को कोई परेशानी ना हो, इसको लेकर भी की व्यवस्था गई है.