हरिद्वारः आगामी महाकुंभ के मद्देनजर निर्माण कार्य जोरों पर हैं. इस कड़ी में कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत ने अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह और महंत दुर्गादास महाराज के साथ कनखल स्थित अखाड़े की छावनी का निरीक्षण किया. साथ ही छावनी में व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
निरीक्षण के दौरान कुंभ मेला प्रभारी महंत दुर्गादास महाराज ने मेला प्रशासन के अधिकारियों को बताया कि कुंभ के दौरान देशभर से आने वाले साधु-संतों के शिविर अखाड़े की छावनी में ही स्थापित किए जाते हैं. उनकी सुविधा के लिए छावनी में बिजली, पानी, शौचालय और नियमित साफ-सफाई आदि की उचित व्यवस्थाएं होनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि आश्रम अखाड़ों की भव्यता व सुंदरता को लेकर वृहद स्तर से कार्य योजनाएं तेजी के साथ लागू की जाएं. आश्रम अखाड़ों की भव्यता श्रद्धालु और भक्तों की भावनाओं के अनुरूप की जानी चाहिए.
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उन्होंने कहा कि आस्था के केंद्र धर्मनगरी में महाकुंभ मेला सकुशल संपन्न होगा. संतों के लिए अतिरिक्त सुविधाओं की भी मांग करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए कुंभ मेले के दौरान इन छावनियों और शिविरों में भीड़ एकत्रित न हो. ऐसे में सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन कराने के लिए भी संत समाज प्रभावी कार्य योजनाएं बना रहा है.
महंत निर्मलदास महाराज ने कहा कि छावनियों और शिविर के आसपास मूलभूत सुविधाओं की समुचित व्यवस्था की जाए. जिससे किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना साधु-संतों को न करना पड़े. साथ ही छावनियों और शिविरों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात भी किए जाने चाहिए.
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वहीं, कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत ने कहा कि कुंभ के दौरान साधु-संतों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी जाएगी. पूरे कुंभ क्षेत्र और अखाड़ों की छावनियों में सभी प्रकार की उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मठ, मंदिरों, आश्रम, अखाड़ों के संत महापुरुषों व प्रबंधकों से लगातार विचार-विमर्श भी किया जा रहा है. संतों की भावनाओं के अनुरूप ही सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.