हरिद्वार: दिल्ली पब्लिक स्कूल भेल के विद्यार्थियों ने 50 कुंतल अनाज से कुंभ कलश की बेहद सुंदर आकृति सजाई है. चने की दाल और विभिन्न रंगों से रंगे चावलों से बनाई गई यह आकृति इतनी आकर्षक थी कि जिसने भी उसे देखा वह देखता ही रह गया. इस को लेकर विद्यार्थियों का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल हुआ है. जिसको लेकर संस्था, बच्चों और स्टाफ में काफी खुशी लहर है.
प्रधानाचार्य डॉ. अनुपम जग्गा ने बताया कि शिक्षकों और छात्र-छात्राओं ने यह आकृति सजाई है. इसमें सैकड़ों बच्चों के साथ ही कई शिक्षकों ने भी योगदान दिया है. इसके साथ ही एक और नया कीर्तिमान भी बनाया गया. यहां जाने-माने ज्योतिषाचार्य डॉक्टर प्रतीक मिश्रपुरी ने 1 घंटा 26 मिनट में 104 बच्चों की वैदिक गणना के आधार पर कैरियर काउंसलिंग की और उन्हें मार्गदर्शन दिया. साथ ही उनके लिए भविष्य में कौन सा क्षेत्र कैरियर के हिसाब से ज्यादा महत्वपूर्ण साबित हो सकता है इसी की भी जानकारी दी.
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इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की ओर से स्थानीय जज के रूप में वीरेंद्र सिंह और समन्वयक के रूप में संदीप बिश्नोई ने गतिविधियों की निगरानी करते हुए उन्हें इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किए जाने की घोषणा की. सत्र में आयोजित समारोह में निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने भव्य समारोह में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड की ओर से जारी किए गए प्रमाण पत्र और ट्रॉफी डीपीएस के प्रधानाचार्य डॉ. अनुपम जग्गा और डॉक्टर प्रतीक मिश्रपुरी को प्रदान की. इस दौरान छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम को प्रस्तुति दी.