लक्सर: भारतीय किसान यूनियन (अंबावत) के प्रदेश अध्यक्ष विकास सैनी ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों का दंश किसानों को झेलना पड़ रहा है. किसान विरोधी कानूनों के विरोध में 7 महीने से किसान दिल्ली बार्डर पर हैं, लेकिन सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही है. किसान परिवारों से आए और किसानों द्वारा चुने गए सांसद भी किसानों की आवाज उठाने के बजाय संसद में चुपचाप बैठे तमाशा देख रहे हैं.
बता दें, लक्सर में भाकियू अंबावत की एक पंचायत नगर के सीमली में आयोजित की गई. पंचायत में प्रदेश अध्यक्ष विकास सैनी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को उनकी फसलों के उचित दाम नहीं मिल रहे हैं. सरकार नए कानून लाकर किसानों को बर्बाद करना चाहती है. देश के किसान आज स्वयं को लाचार महसूस कर रहे हैं.
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राष्ट्रीय सचिव नितिन चौधरी नीलू ने कहा कि जिस अनुपात में देश में महंगाई बढ़ रही है, उस अनुपात में किसानों को फसलों के दाम नहीं मिल पा रहे हैं. अपनी ही फसलों के भुगतान के लिए किसानों को भटकना पड़ता है. किसान हित में आवाज बुलंद करने वालों को ही अब संसद में भेजा जाएगा. पंचायत में पहुंचे संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि संगठन के कार्यकर्ता और पदाधिकारी गांव-गांव जाकर किसानों को आंदोलन से जोड़ने का कार्य करेंगे.