ETV Bharat / state

8 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार, हरिद्वार में जुटे कांवड़िये, श्यामपुर क्षेत्र में लगा जाम - भगवान शंकर का जलाभिषेक

कल सावन का आखिरी सोमवार है. ऐसे में कांवड़िये शिवालयों में जलाभिषेक करने के लिए हरिद्वार में जुट रहे हैं. सावन के आखिरी सोमवार से ठीक पहले हरिद्वार में कांवड़ियों का रैला लगा हुआ है. जिसकी वजह से जगह-जगह जाम की स्थिति बनी हुई है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Aug 7, 2022, 6:56 PM IST

Updated : Aug 7, 2022, 9:03 PM IST

हरिद्वार: 8 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार (last monday of sawan) है. सावन में सोमवार का विशेष महत्व (Special significance of Monday in Sawan) है. बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवालय में विशेष पूजा और जलाभिषेक करते हैं. वहीं, कल सावन का आखिरी सोमवार होने को लेकर हरिद्वार में कांवड़ियों का जमावड़ा (kanwariya gathering in haridwar ) लगना शुरू हो गया है. जिसकी वजह से हरिद्वार में जाम की स्थिति बनी हुई है.

कल पड़ने वाले आखिरी सोमवार से पहले नीलकंठ महादेव (Neelkanth Mahadev) पहुंचने वाले कांवड़ियों का रैला लगा हुआ है. जिसके चलते श्यामपुर और चिल्ला क्षेत्र में जगह-जगह भारी भीड़ देखने को मिल रही है. सावन में पूरे एक महीने भक्त अपने आराध्य भोले शंकर को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के अनुष्ठान करते रहते हैं. भले शिवरात्रि संपन्न हो गई हो, लेकिन इसके बाद पड़ने वाले दोनों सोमवार भी शिव भक्तों के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं.

8 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार

ये भी पढ़ें: केदारनाथ के ब्रह्म वाटिका में खिले ब्रह्मकमल, वन विभाग कर रहा जड़ी-बूटियों का संरक्षण

सावन के अंतिम सोमवार के लिए हरिद्वार भारी संख्या में कांवड़िये पहुंच रहे हैं. यहां से अधिकतर कावड़िये नीलकंठ महादेव पहुंच भगवान शंकर का जलाभिषेक (Lord Shankar Jalabhishek) करते हैं. अत्यधिक संख्या में कांवड़ियों के पहुंचने के कारण श्यामपुर क्षेत्र में जगह-जगह वाहनों की लंबी कतार देखने को मिली रही है. अधिकतर कांवड़िये ऋषिकेश होते हुए नीलकंठ महादेव मंदिर पहुंचते हैं. यही कारण है कि सबसे ज्यादा भीड़ भी इसी रोड पर देखने को मिल रही है.

इस क्षेत्र में वाहनों को व्यवस्थित करने के लिए काफी संख्या में पुलिस फोर्स भी तैनात की गई है, लेकिन इसके बावजूद इस इलाके में वाहन सिर्फ रेंगते हुए नजर आ रहे हैं. वाहनों की लंबी कतार यह बताने के लिए काफी है कि आखिरी सोमवार का शिव भक्तों के लिए कितना महत्व है. हरिद्वार में रविवार को ज्योत महोत्सव होने के कारण भी शहर में कई जगह जाम की स्थिति बनी हुई है.

हरिद्वार: 8 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार (last monday of sawan) है. सावन में सोमवार का विशेष महत्व (Special significance of Monday in Sawan) है. बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवालय में विशेष पूजा और जलाभिषेक करते हैं. वहीं, कल सावन का आखिरी सोमवार होने को लेकर हरिद्वार में कांवड़ियों का जमावड़ा (kanwariya gathering in haridwar ) लगना शुरू हो गया है. जिसकी वजह से हरिद्वार में जाम की स्थिति बनी हुई है.

कल पड़ने वाले आखिरी सोमवार से पहले नीलकंठ महादेव (Neelkanth Mahadev) पहुंचने वाले कांवड़ियों का रैला लगा हुआ है. जिसके चलते श्यामपुर और चिल्ला क्षेत्र में जगह-जगह भारी भीड़ देखने को मिल रही है. सावन में पूरे एक महीने भक्त अपने आराध्य भोले शंकर को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के अनुष्ठान करते रहते हैं. भले शिवरात्रि संपन्न हो गई हो, लेकिन इसके बाद पड़ने वाले दोनों सोमवार भी शिव भक्तों के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं.

8 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार

ये भी पढ़ें: केदारनाथ के ब्रह्म वाटिका में खिले ब्रह्मकमल, वन विभाग कर रहा जड़ी-बूटियों का संरक्षण

सावन के अंतिम सोमवार के लिए हरिद्वार भारी संख्या में कांवड़िये पहुंच रहे हैं. यहां से अधिकतर कावड़िये नीलकंठ महादेव पहुंच भगवान शंकर का जलाभिषेक (Lord Shankar Jalabhishek) करते हैं. अत्यधिक संख्या में कांवड़ियों के पहुंचने के कारण श्यामपुर क्षेत्र में जगह-जगह वाहनों की लंबी कतार देखने को मिली रही है. अधिकतर कांवड़िये ऋषिकेश होते हुए नीलकंठ महादेव मंदिर पहुंचते हैं. यही कारण है कि सबसे ज्यादा भीड़ भी इसी रोड पर देखने को मिल रही है.

इस क्षेत्र में वाहनों को व्यवस्थित करने के लिए काफी संख्या में पुलिस फोर्स भी तैनात की गई है, लेकिन इसके बावजूद इस इलाके में वाहन सिर्फ रेंगते हुए नजर आ रहे हैं. वाहनों की लंबी कतार यह बताने के लिए काफी है कि आखिरी सोमवार का शिव भक्तों के लिए कितना महत्व है. हरिद्वार में रविवार को ज्योत महोत्सव होने के कारण भी शहर में कई जगह जाम की स्थिति बनी हुई है.

Last Updated : Aug 7, 2022, 9:03 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.