रुड़कीः हरिद्वार जिले के झबरेड़ा क्षेत्र के व्यापारियों ने रुड़की के एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. व्यापारियों ने नगर पंचायत अध्यक्ष व अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि गलत दस्तावेजों के आधार पर अतिक्रमण हटाया गया. ये सब सोची-समझी साजिश के तहत किया गया. व्यापारियों ने प्रशासनिक अधिकारियों पर मामले में व्यापारियों की सुनवाई न करने का आरोप भी लगाया. व्यापारियों ने अतिक्रमण हटाने के दौरान हुए नुकसान की भरपाई की मांग भी की है.
बता दें कि रुड़की के रामनगर चौक स्थित एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस में झबरेड़ा व्यापार मंडल के अध्यक्ष जोध सिंह वर्मा ने कहा कि झबरेड़ा में उच्च न्यायालय के आदेश पर नगर पंचायत ने जटौल रोड पर 40 दुकानों को ध्वस्त कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि ध्वस्त करने से पहले किसी व्यापारी को सामान हटाने का समय नहीं दिया और न ही नोटिस दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि नगर पंचायत अध्यक्ष मानवेन्द्र सिंह और ईओ द्वारा गलत दस्तावेज न्यायालय के सामने पेश कर कोर्ट को गुमराह करने का प्रयास किया गया. जटौल रोड को 12 मीटर बताया है. वहीं सड़क की चौड़ाई पीडब्ल्यूडी का हवाला देकर 40 फीट बताई गई है. जबकि राजस्व, गन्ना विभाग एवं दस्तावेजों में उक्त दुकानों के बाहर की सड़क 9 मीटर है. उक्त रोड पर एक स्कूल प्रबंधन द्वारा दुकानों का निर्माण नाली के ऊपर कर रखा है.
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जोध सिंह ने बताया कि जिस समय दुकानों को ध्वस्त कराया गया था, उस वक्त व्यापारियों ने एसडीएम से बात की और दस्तावेजों के सही आकलन करने की मांग की थी. उस समय प्रशासन और व्यापारियों के बीच कागजों के आधार पर निशान लगाने की सहमति बनी थी. लेकिन उससे पहले नगर पंचायत ने दुकानों को ध्वस्त कर दिया. व्यापार संघ ने कहा कि इस मामले में संगठन भी अपने स्तर पर कमेटी गठन करेगा और मामले में व्यापारियों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ेगा.