हरिद्वार: बसों की भिडंत होने से घायल हुए उत्तराखंड परिवहन निगम हरिद्वार डिपो के चालक ओमपाल की ऋषिकेश एम्स में मौत हो गई. इस घटना से रोडवेज कर्मियों में दुःख की लहर है. वहीं, कर्मचारी नेताओं ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और आश्रित को नौकरी देने की मांग उठाई है. जबकि, मुख्यालय से इस मामले की जांच के आदेश कर दिए गए हैं.
बता दें कि बीती 7 जनवरी की शाम को हरिद्वार डिपो से चालक ओमपाल 56 वर्ष पुत्र प्रीतम सिंह रुपैड़िया के लिए बस लेकर रवाना हुए थे. वहां से वापसी में आठ जनवरी की सुबह साढ़े 6 बजे बस लेकर हरिद्वार पहुंच गए. दोनों तरफ से 12,00 किलोमीटर तक संचालन करने के बाद उसी दिन बिना आराम के ही सुबह 9 बजे ओमपाल को चंडीगढ़ के लिए बस लेकर भेज दिया.
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चंडीगढ़ के बाद कोटद्वार से वापस हरिद्वार लौटते समय बीती 9 जनवरी शनिवार की देर रात को श्यामपुर गाजीवाला मोड पर अचानक सामने से उत्तर प्रदेश के बदायूं डिपो की बस सामने आने से दोनों बसों की भिड़ंत हो गई थी, जिसमें चालक 56 वर्षीय चालक ओमपाल घायल हो गए थे. जिसके बाद एम्स में उन्हें भर्ती कराया गया था. मंगलवार की सुबह चालक ओम प्रकाश की मौत हो गई. हादसे का कारण नींद के कारण होना माना जा रहा है, क्योंकि लगातार पहले 12,00 किलोमीटर और उसके बाद फिर 800 किलोमीटर तक चालक ने बस चलाई.