रुड़की: बुधवार को झबरेड़ा में भारतीय किसान यूनियन ने बिजली घर पर धरना प्रदर्शन किया. भारतीय किसान यूनियन का आरोप है कि किसानों व मजदूरों को एसडीओ और बिजली विभाग स्टाफ अनावश्यक रूप से परेशान कर रहा है. किसानों को कनेक्शन काटने के बाद भी भारी भरकम बिल भेजा जा रहा है. बिजली विभाग द्वारा समय पर ट्रांसफार्मर व तार नहीं बदले जाते. क्षेत्र में बिजली से होने वाली दुर्घटना की संभावना रहती है.
झबरेड़ा के पावर हाउस पर भारतीय किसान यूनियन ने जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान भाकियू के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे. वहीं, इस मामले में एडीओ अनिता सैनी का कहना है कि जिस किसान के पास विद्युत विभाग ने बिजली के बकाया का बिल भेजा है, वो कनेक्शन मार्च में काटा गया था. अभी विभाग के द्वारा जांच की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके अनुसार किसान को राहत भी दी जाएगी.
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किसानों ने बिजली विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिन गरीब किसानों के कई साल पहले ट्यूबेल के कनेक्शन काट दिए गए हैं. उनको विभाग बिजली का बिल भेजा जा रहा है, जिसमें किसानों का शोषण हो रहा है. साथ ही विभाग को 8 दिन पहले कभी पत्र भेजा था जिसमें किसानों की समस्या के समाधान के लिए कहा गया था, लेकिन लापरवाह अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. इसलिए आज इस कोरोना संक्रमण में भी धरने पर बैठना पड़ रहा है.