हरिद्वार: 2021 महाकुंभ की तैयारियों को लेकर शासन-प्रशासन और संत लगातार बैठकें कर रहे हैं. इसी कड़ी में महाकुंभ की धीमी तैयारियों से खफा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने आगामी 8 फरवरी को अखाड़ा परिषद की अहम बैठक बुलाई है. हरिद्वार के कनखल स्थित निर्मल अखाड़े में परिषद की बैठक आयोजित की जाएगी. जिसमें सभी 13 अखाड़े के प्रमुख संत शिरकत कर कुंभ मेले की तैयारियों की समीक्षा करेंगे और बैठक में पास प्रस्तावों को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात भी करेंगे.
अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरिगिरि ने एक बार फिर महाकुंभ की धीमी तैयारियों पर कड़ी नाराजगी जताते हुए राज्य सरकार से मंशा साफ करने की अपील की है. महंत हरिगिरि ने कहा है कि अगर सरकार प्रयागराज की तर्ज पर हरिद्वार महाकुंभ को सफल बनाना चाहती है तो उसके लिए अभूतपूर्व प्रयास करने होंगे. क्योंकि अब केवल साल भर से कम का ही समय बचा है. अखाड़ा परिषद की बैठक में शिरकत करने के लिए देश भर से सभी तेरह अखाड़ों के संत प्रतिनिधि हरिद्वार पहुंचना शुरू हो गए हैं.
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अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महमंत्री महंत हरिगिरि का कहना है की कुंभ के लिए हो रहे सभी कार्यों की गति बहुत ही धीमी है. इसके लिए वे कई बार मुख्यमंत्री से मिल चुके हैं और इस समस्या को कई बार मुख्यमंत्री के संज्ञान में ला चुके हैं, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है. अंत में सरकार कम समय का रोना रोएगी, अभी समय है यदि समय का सदुपयोग नहीं किया गया तो मेला केवल मेला ही रह जाएगा. राज्य सरकार द्वारा देखा गया कुंभ को भव्य बनाने का सपना अधूरा ही रह जाएगा.