रुड़की: आईआईटी रुड़की विश्व भर में अपने नए-नए शोध करने को लेकर हमेशा ही चर्चाओं में रहता है. इस बार भौतिक विज्ञान विभाग के प्रोफेसर और छात्रों ने मिलकर एक ऑप्टिकल सेंसर विकसित किया है, जो भीड़-भाड़ वाले इलाके में विस्फोटक पदार्थों का पता लगाने में सक्षम है. जो देश की सुरक्षा में एक बेहतर विकल्प बन सकता है.
आईआईटी वैज्ञानिकों ने विस्फोटकों का पता लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला फ्लोरोसेंट ऑप्टिकल सेंसर विकसित किया है, ये सेंसर अत्यधिक संवेदनशील और चयनात्मक आर्थिक रूप से व्यवहारिक डिटेक्टर है. जो विस्फोटक पदार्थों का पता लगाने में सक्षम है.
बता दें कि आईआईटी रुड़की के भौतिक विज्ञान विभाग के प्रोफेसर और शोधकर्ता छात्रों ने मिलकर एक ऐसे सेंसर की खोज की है, जो डिटेक्टर की तरह काम करेगा. साथ ही इसका प्रयोग ज्यादा भीड़ और संकरी गलियों में भी किया जा सकेगा. बड़े-बड़े मॉल, कॉम्प्लेक्स, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, एयरपोर्ट, और धार्मिक स्थलों पर इसका इस्तेमाल बड़ी आसानी और सुविधाजनक तरीकों से किया जा सकता है.
रुड़की आईआईटी के प्रोफेसर सौमित्र सतपथी ने बताया कि इसका सबसे ज्यादा फायदा रक्षा अनुसंधान विकास संगठन के लिए होगा. इस सेंसर को लेकर उनके साथ कोलोब्रेशन किया जाएगा. वहीं, शोधकर्ता छात्रों का कहना है कि इस पर काफी लंबे समय से शोध किया जा रहा था. जल्द ही ये सेंसर बाजारों में भी आसानी से उपलब्ध होगा और सुरक्षा के लिहाज से फायदे मंद साबित होगा.