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HRD मंत्री डॉ. निशंक बोले- नई शिक्षा नीति लाएगी क्रांति, 25 सालों तक रहेगा 'यंग इंडिया'

रविवार को केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक हरिद्वार दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने प्रेस क्लब में आयोजित संवाद कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की.

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केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक.
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Published : Feb 16, 2020, 4:28 PM IST

Updated : Feb 16, 2020, 6:14 PM IST

हरिद्वार: केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक रविवार को हरिद्वार पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्रेस क्लब में आयोजित 'संवाद' कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपनी राजनीतिक शुरुआत के बारे में बताया. साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार शिक्षा नीतियों को तेजी से आगे बढ़ाने और इसमें नई-नई तकनीक का इस्तेमाल कर रही है. जिससे आने वाले 25 वर्षों तक हमारा देश 'यंग इंडिया' रहने वाला है.

नई शिक्षा नीति लाएगी क्रांति.

पढ़ें- CM त्रिवेंद्र ने कार्यकर्ताओं के साथ किया संवाद, अधिकारियों को दिए निर्देश

इस दौरान रमेश पोखरियाल ने जेएनयू को लेकर भी बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि जो शिक्षण संस्थाओं की गरिमा को गिराने का प्रयास करेंगा उन्हें कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इन संस्थाओं ने भारत देश को कई प्रतिभाएं दी हैं और इन संस्थाओं से पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने देश-विदेश में भारत का नाम रोशन किया है, लेकिन जो भी असामाजिक तत्व इन संस्थाओं की गरिमा को गिराने और खराब करने की कोशिश कर रहा है उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

निशंक ने कहा कि उनका सौभाग्य है कि देश की शिक्षा उनके हाथ में है, क्योंकि पिछले तीन-चार सालों की अपेक्षा शिक्षा पद्धति में काफी तरक्की देखने को मिली है. उनका कहना है कि हमारी लगातार कोशिश रही है कि सभी शिक्षक संस्थान में डिजिटल सुविधाएं प्राप्त हों. हम सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में शिक्षा में समानता लाने का प्रयास कर रहे हैं.

पढ़ें- चोरों ने इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान पर बोला धावा, सामान पर किया हाथ साफ

साथ ही उन्होंने बताया कि 33 वर्षों के बाद आने वाली नई शिक्षा नीति बहुत सारे आयामों को लेकर आ रही है. नई शिक्षा नीति में नवाचार, अनुसंधान और शोध के साथ भारत केंद्रित होगा. जोकि भारत को श्रेष्ठ बनाने की दिशा में कार्य करेगा. देश में एक हजार से भी अधिक विश्वविद्यालय हैं, 16 लाख स्कूल, 1 करोड़ अध्यापक और 33 करोड़ छात्र-छात्राएं हैं. यह हमारे देश के लिए एक वैभव का विषय है.

वहीं, राजनीतिक गलियारों में चल रही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को बदले जाने और डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक या फिर सतपाल महाराज को नए मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा पर उन्होंने साफ तौर पर कुछ भी कहने से परहेज किया. उनका कहना था कि उन्होंने अपना पूरा समय पार्टी को दिया है. पार्टी ने जिस समय जिस जगह पर उनसे कार्य करने को कहा उन्होंने वहां पर कार्य किया है, आगे भी जो कार्य पार्टी उन्हें करने के लिए कहेगी वो उसे पूरी ईमानदारी के साथ करेंगे.

हरिद्वार: केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक रविवार को हरिद्वार पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्रेस क्लब में आयोजित 'संवाद' कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपनी राजनीतिक शुरुआत के बारे में बताया. साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार शिक्षा नीतियों को तेजी से आगे बढ़ाने और इसमें नई-नई तकनीक का इस्तेमाल कर रही है. जिससे आने वाले 25 वर्षों तक हमारा देश 'यंग इंडिया' रहने वाला है.

नई शिक्षा नीति लाएगी क्रांति.

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इस दौरान रमेश पोखरियाल ने जेएनयू को लेकर भी बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि जो शिक्षण संस्थाओं की गरिमा को गिराने का प्रयास करेंगा उन्हें कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इन संस्थाओं ने भारत देश को कई प्रतिभाएं दी हैं और इन संस्थाओं से पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने देश-विदेश में भारत का नाम रोशन किया है, लेकिन जो भी असामाजिक तत्व इन संस्थाओं की गरिमा को गिराने और खराब करने की कोशिश कर रहा है उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

निशंक ने कहा कि उनका सौभाग्य है कि देश की शिक्षा उनके हाथ में है, क्योंकि पिछले तीन-चार सालों की अपेक्षा शिक्षा पद्धति में काफी तरक्की देखने को मिली है. उनका कहना है कि हमारी लगातार कोशिश रही है कि सभी शिक्षक संस्थान में डिजिटल सुविधाएं प्राप्त हों. हम सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में शिक्षा में समानता लाने का प्रयास कर रहे हैं.

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साथ ही उन्होंने बताया कि 33 वर्षों के बाद आने वाली नई शिक्षा नीति बहुत सारे आयामों को लेकर आ रही है. नई शिक्षा नीति में नवाचार, अनुसंधान और शोध के साथ भारत केंद्रित होगा. जोकि भारत को श्रेष्ठ बनाने की दिशा में कार्य करेगा. देश में एक हजार से भी अधिक विश्वविद्यालय हैं, 16 लाख स्कूल, 1 करोड़ अध्यापक और 33 करोड़ छात्र-छात्राएं हैं. यह हमारे देश के लिए एक वैभव का विषय है.

वहीं, राजनीतिक गलियारों में चल रही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को बदले जाने और डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक या फिर सतपाल महाराज को नए मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा पर उन्होंने साफ तौर पर कुछ भी कहने से परहेज किया. उनका कहना था कि उन्होंने अपना पूरा समय पार्टी को दिया है. पार्टी ने जिस समय जिस जगह पर उनसे कार्य करने को कहा उन्होंने वहां पर कार्य किया है, आगे भी जो कार्य पार्टी उन्हें करने के लिए कहेगी वो उसे पूरी ईमानदारी के साथ करेंगे.

Last Updated : Feb 16, 2020, 6:14 PM IST
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