रुड़की: शहर के गणेशपुर में अचानक मुख्य मार्ग धंसने से चार मकानों में दरार आ गई. ग्रामीणों की सूचना पर प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे. सुरक्षा के मद्देनजर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट द्वारा चारों मकानों को तत्काल खाली करवाया गया. मकानों में रहने वाले लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट करवा दिया है. इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ भारी रोष देखने को मिला है.
बता दें कि, रुड़की के गणेशपुर में मुख्य मार्ग पर पिछले करीब एक सप्ताह से सीवर का एक चेंबर धंसा हुआ था. जिसके कारण आसपास की सड़क भी धंस गई. दरअसल दो दिन से लगातार हो रही बारिश के बाद सड़क का एक बड़ा हिस्सा धंस गया. जिसके बाद मुख्य मार्ग पर बैरिकेड लगाकर आवागमन रोक दिया गया था. लेकिन गुरुवार रात सड़क का हिस्सा ज्यादा ही धंस गया. पानी आसपास के घरों की नींव में जाने के कारण चार मकानों में दरार आ गई. मकानों में दरार आते ही भवन स्वामियों ने तत्काल इसकी सूचना जनप्रतिनिधियों और शासन- प्रशासन के अधिकारियों को दी.
जानकारी मिलते ही मेयर गौरव गोयल और बीजपी के प्रदेश प्रवक्ता मयंक गुप्ता मौके पर पहुंचे. कुछ समय बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल, तहसीलदार सुनैना राणा और अपर तहसीलदार कृष्णा नंदन पंत भी मौके पर पहुंच गए.
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल ने कहा कि फिलहाल आसपास के मकान खाली करवाए गए हैं. संबंधित विभाग को भी मौके पर बुलाया गया. विभागीय अधिकारियों को जल्द से जल्द इसका समाधान निकालने को कहा गया है. मेयर गौरव गोयल ने कहा कि एडीबी की लापरवाही से यह हाल हुआ है. इन पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद की जाएगी.
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता मयंक गुप्ता ने कहा कि संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से मुआवजा भी दिलवाया जाएगा. पूरे मामले की जांच भी कराई जाएगी.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले एक हफ्ते से यहां की यह स्थिति बनी हुई थी. सभी अधिकारियों को इसकी सूचना भी दी गई थी. लेकिन प्रशासन ने लगातार अनदेखी की. एडीबी के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही का खामियाजा आज क्षेत्र की जनता को इस बड़े हादसे के रूप में भुगतना पड़ रहा है.