हरिद्वार: विधायक निधि से हरिद्वार में बने पुस्तकालय के निर्माण में हुए घोटाले का मामला नैनीताल हाईकोर्ट पहुंच गया है. इस पर आज अहम सुनवाई है. इससे हरिद्वार विधायक और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, डीएम और सीडीओ समेत ग्रामीण अभियंत्रण सर्विस अधिशासी अभियंता की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
बता दें कि, हरिद्वार में 2010 में शहर विधायक मदन कौशिक की विधायक निधि से 16 पुस्तकालयों का निर्माण किया गया था. इनके निर्माण को लेकर उस समय भी विवाद हुआ था. घोटाले के आरोप भी लगे थे. जिसकी क्षतिपूर्ति जिला अधिकारी और अन्य अधिकारियों के वेतन से की गई थी. पुस्तकालय निर्माण का यह मामला एक बार फिर तब सुर्खियों में आया जब याचिकाकर्ता द्वारा उक्त घोटाले की जांच सीबीआई से कराने को लेकर हाईकोर्ट नैनीताल में अपील की गई.
नैनीताल हाईकोर्ट में राघवेंद्र सिंह चौहान की खंडपीठ में आज एक अहम सुनवाई होनी है. याचिकाकर्ता सचिन डबराल का कहना है कि पुस्तकालय घोटाले को लेकर उन्होंने जो याचिका डाली है, उस पर आज हाईकोर्ट से अहम फैसला आ सकता है. उनका मानना है कि जनता का पैसा जनता के लिए खर्च होना चाहिए. उन्होंने कहा कि पुस्तकालय का निर्माण ऐसे लोगों के लिए होना चाहिए था जो लोग पुस्तकालय में जाकर पठन-पाठन का कार्य कर सकते हैं. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जिसके चलते उनके द्वारा याचिका डाली गई थी.
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उन्होंने मांग की है कि हाईकोर्ट इस मामले की सीबीआई से जांच कराए और दोषियों से ब्याज के साथ पैसे की रिकवरी करें.