हरिद्वार: जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा के आदेश पर राजकीय जूनियर हाईस्कूल हजारा ग्रांट की प्रधानाध्यापिका को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. मामला ब्लॉक बहादराबाद के हजारा ग्रांट के राजकीय जूनियर हाईस्कूल में चल रहे भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के साथ ही अनियमितताओं से जुड़ा है.
बता दें कि, ब्लॉक बहादराबाद के राजकीय जूनियर हाईस्कूल हजारा ग्रांट में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का मामला सामने आने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा विद्याशंकर चतुर्वेदी के आदेश पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
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बता दें कि, राजकीय जूनियर हाईस्कूल हजारा ग्रांट में चल रहे भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की जांच उप खंड शिक्षा अधिकारी बहादराबाद कर रहे थे. जिनके द्वारा जांच रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा को सौंपी गई. रिपोर्ट के आधार पर प्रधानाचार्य को भ्रष्टाचार और अनियमितता के लिए आंशिक दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
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वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा हरिद्वार ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानाध्यापिका के विरुद्ध जिस तरह की शिकायत और प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए थे, उनमें प्रधानाध्यापिका की स्थिति संदेह के घेरे में है. ऐसे में कार्रवाई करते हुए प्रधानाध्यापिका को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और आगे की कार्रवाई के लिए आदेश दिये गए हैं. फिलहाल, इस मामले की जांच चल रही है.