लक्सर: किसानों के गन्ना मूल्य घोषित न करने पर कांग्रेस हमलावर हो गई है. इसी कड़ी में पूर्व सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने 'किसान सम्मान यात्रा' निकाली. इस दौरान हरीश रावत ने बीजेपी को किसान विरोधी सरकार करार दिया. उन्होंने गन्ने का मूल्य 425 रुपए से ज्यादा करने की मांग की. वहीं, सहकारी गन्ना विकास परिसर में किसानों का धरना 23वें दिन भी जारी रहा.
-
बालावाली चौक से तहसील मुख्यालय लक्सर तक आयोजित #किसान_सम्मान_यात्रा ..!!#गन्ने का मूल्य तत्काल घोषित करो - घोषित करो
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 11, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
(₹425 प्रति कुंतल के पार)#uttarakhand @pushkardhami @INCIndia @kharge @RahulGandhi @priyankagandhi @INCUttarakhand @KaranMahara_INC pic.twitter.com/waXSTFy5CH
">बालावाली चौक से तहसील मुख्यालय लक्सर तक आयोजित #किसान_सम्मान_यात्रा ..!!#गन्ने का मूल्य तत्काल घोषित करो - घोषित करो
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 11, 2024
(₹425 प्रति कुंतल के पार)#uttarakhand @pushkardhami @INCIndia @kharge @RahulGandhi @priyankagandhi @INCUttarakhand @KaranMahara_INC pic.twitter.com/waXSTFy5CHबालावाली चौक से तहसील मुख्यालय लक्सर तक आयोजित #किसान_सम्मान_यात्रा ..!!#गन्ने का मूल्य तत्काल घोषित करो - घोषित करो
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 11, 2024
(₹425 प्रति कुंतल के पार)#uttarakhand @pushkardhami @INCIndia @kharge @RahulGandhi @priyankagandhi @INCUttarakhand @KaranMahara_INC pic.twitter.com/waXSTFy5CH
लक्सर में कांग्रेस नेता हरीश रावत ने बालावाली चौक से लक्सर तहसील परिसर तक कार्यकर्ताओं के साथ एक किसान सम्मान यात्रा निकाली. हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड की मौजूदा सरकार किसान विरोधी सरकार है. सरकार ने अभी तक 2023-24 के पेराई सत्र का गन्ना मूल्य घोषित न करके किसानों का शोषण किया है. किसानों के साथ धोखा करने का काम किया जा रहा है. सरकार ने 1100 रुपए प्रति बीघा मुआवजा देकर किसानों का अपमान किया है.

उन्होंने कहा कि लक्सर क्षेत्र का किसान बाढ़ की वजह से फसलों को नुकसान पहुंचने पर अभी तक परेशान है. जो बची हुई फसल है, उसका भी सरकार सही से दाम नहीं लगा रही है. 3 महीने के बिजली माफ करने का वादा सरकार ने किया है, उसके बावजूद भी अभी तक बिल माफ नहीं हुए हैं. सरकार को चाहिए कि जल्द किसानों को राहत देते हुए 3 महीने के बिल माफ होने चाहिए. किसान को खेती के लिए सही प्रकार से खाद भी नहीं मिल पा रहा है. आए दिन खाद की किल्लत के कारण किसान परेशान हैं.
ये भी पढ़ें: डोईवाला शुगर मिल के गेट पर किसानों का धरना, गन्ने का समर्थन मूल्य ₹500 करने की मांग
ऊपर से उनके गन्ने का मूल्य भी घोषित नहीं किया जा रहा है. पेराई सत्र शुरू हुए में दो महीने हो चुके हैं, लेकिन अभी तक गन्ने का मूल्य घोषित नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार को 425 रुपए से ज्यादा गन्ना मूल्य घोषित करना चाहिए. जिससे किसानों को राहत मिल सके. हरीश रावत ने चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस शांत नहीं बैठेगी. जब तक गन्ने का मूल्य घोषित नहीं हो जाता, तब तक जगह-जगह सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.

किसानों का धरना 23वें दिन भी जारी, बीजेपी नेता पहुंचे मनाने: वहीं, सहकारी गन्ना विकास परिसर में भारतीय किसान संघ का धरना 23वें दिन भी जारी रहा. किसान गन्ना मूल्य घोषित न किए जाने से नाराज हैं. इसी कड़ी में दर्जाधारी राज्य मंत्री श्यामवीर सिंह सैनी, बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह पुंडीर, बीजेपी जिलाध्यक्ष संदीप गोयल, बीजेपी किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष मनीष चौधरी ने धरना स्थल पर पहुंचकर किसानों से मुलाकात की. साथ ही जल्द अन्य प्रदेशों से अधिक गन्ना मूल्य घोषित होने का आश्वासन दिया, लेकिन गन्ना मूल्य घोषित न होने तक किसानों ने धरना खत्म करने से इनकार कर दिया.