लक्सर: हरिद्वार पुलिस से फर्जी भर्ती सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. ये गिरोह युवाओं को नौकरी के सपने दिखाकर उनकी ठगी किया करते थे. काफी समय से पुलिस को इस गिरोह के बारे में जानकारियां मिल रही थी. हालांकि 31 जनवरी को पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चारों आरोपियों को सालाखों के पीछे भेज दिया है.
हरिद्वार एसएसपी अजय सिंह ने इस मामले को लेकर प्रेस वार्ता की. एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पुलिस की गिरफ्त मे आए चारों आरोपियों का नाम अब्दुल कादिर, खुर्शीद आलम चिश्ती, दिनेश डोगरा और सौरभ है. चोरों आरोपी हरिद्वार जिले के ही रहने वाले हैं. आरोपियों के पास से पुलिस को फर्जी नियुक्ति पत्र, 60 हजार की नगदी, 6 मोबाइल फोन और कई कंप्यूटर प्रिंटर और कई शैक्षिक प्रमाण पत्र भी बरामद हुए हैं.
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एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि अभी हाल ही में हरिद्वार जनपद के विभिन्न थानों में नौकरी के नाम पर ठगी करने के मुकदमे दर्ज कराए गए थे. उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, लक्सर के सीओ विवेक कुमार और लक्सर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया.
पुलिस टीम ने साक्ष्य संकलन करने के बाद इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुख्य आरोपी अब्दुल कादिर लक्सर कोतवाली क्षेत्र स्थित अपने गांव जैतपुर से इस भर्ती सेंटर का संचालन कर रहा था. पहले दूसरा आरोपी खुर्शीद आलम चिश्ती हरिद्वार के एक आश्रम में कंप्यूटर सेंटर चलाता था और वहीं से लोगों से ठगी की जाती थी. कंप्यूटर सेंटर में ही इनकी जान पहचान सौरव और दिनेश डोगरा से हुई.
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी एक सुनियोजित तरीके से भर्ती सेंटर चला रहे थे, जो नौकरी के नाम पर लोगों की सरकारी विभागों में नौकरी लगवाने का झांसा देकर लाखों की ठगी करते हैं. मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल की तो पता चला कि आरोपियों ने एक फर्जी ट्रस्ट भी बना रखी है, जिसका मुख्यालय दिल्ली में है और उसकी एक शाखा लखनऊ में भी खोली हुई है.
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के इस गिरोह में अन्य और भी लोग शामिल हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें छापेमारी कर रही है. साथ ही उन्होंने ठगी का शिकार हुए लोगों से आगे आकर मुकदमा दर्ज कराने की अपील की, ताकि ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जा सके.
मोबाइल लूटरे गिरफ्तार: हरिद्वार की रानीपुर कोतवाली पुलिस ने मोबाइल लूट मामले का खुलासा किया है. एक आरोप को तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरे आरोपी की तलाश में पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है. पकड़ा गया आरोपी नशे की लत को पूरा करने के लिए लूट की वारदातों को अंजाम दिया करता था. पुलिस ने बताया कि मामला 29 दिसंबर का है. दीपक वर्मा ने पुलिस को सूचना दी थी कि उनकी पत्नी घर से बाहर सामान लेने के लिए निकली थी, तभी बाइक सवार दो युवकों ने उसकी पत्नी का मोबाइल लूट लिया. इससे पहले उसकी पत्नी कुछ कर पाती और वहां से फरार हो गए थे. पुलिस ने अज्ञातों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू की.
इस दौरान पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो एक आरोपी के बारे में पता चला, जिसे पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और लूटे गये मोबाइल के साथ पकड़ लिया. वहीं दूसरा आरोपी अभी फरार है, जिसको भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.