हरिद्वार: कांग्रेस नेता उदित राज के विवादित ट्वीट पर हरिद्वार के संत समाज में खासा उबाल है. प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम के महंत रूपेंद्र प्रकाश ने कहा है कि उदित राज इस तरह के बयान देकर अपनी मानसिकता को दर्शा रहे हैं. तो वहीं, कपिल मुनि महामंडलेश्वर का कहना है कि कांग्रेस पार्टी को ऐसे बयान देने वाले नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए.
महंत रूपेंद्र प्रकाश ने कहा है कि उदित राज पहले बीजेपी के सांसद थे और अब कांग्रेस में आने के बाद हिंदू धर्म के खिलाफ विवादित बयान दे रहे हैं. महंत रूपेंद्र प्रकाश ने कहा कि इस बयान के बाद लगता है कि उदित राज ने पाकिस्तान के साथ धर्म और राष्ट्र विरुद्ध बयान देने की सांठगांठ कर ली है.
प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम महंत रूपेंद्र प्रकाश ने कहा है कि भारत सरकार अरबों रुपए मदरसों और वक्फ बोर्ड के रखरखाव में खर्च करती है. तब उदित राज का एक भी बयान सामने नहीं आया है, लेकिन विश्व प्रसिद्ध महाकुंभ पर सरकार करोड़ों लोगों की श्रद्धा को ध्यान में रखकर करती है. इसलिए यह नियम विरुद्ध नहीं है. उन्होंने कहा कि इस तरह के व्यक्तियों की बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए, क्योंकि यह मानसिक रूप से परेशान है. इनको एक अच्छे डॉक्टर को दिखाना चाहिए, जिससे इनका दिमागी संतुलन ठीक हो जाए.
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कपिल मुनि महामंडलेश्वर का कहना है कि कांग्रेस पार्टी को ऐसे बयान देने वाले नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए. क्योंकि सरकार जितना कुंभ में खर्च करती है, उससे ज्यादा सरकार कमा भी लेती है. सरकार कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की व्यवस्थाओं पर खर्च करती है, न कि कुंभ पर इस तरह के बयान देकर उदित राज अपने आप को पता नहीं क्या दिखाना चाहते हैं. इस तरह के बयान देकर उदित राज सिर्फ और सिर्फ अपने आप को सुर्खियों में लाना चाहते हैं.
बता दें, विवादित बयान देने वाले कांग्रेस नेता उदित राज एक बार फिर अपने ट्वीट के कारण सुर्खियों में है. उदित राज ने कुंभ मेले के आयोजन में सरकारी पैसे के इस्तेमाल पर अपने ट्वीट के जरिए सवाल उठाए थे. जिसमें उन्होंने मदरसा और कुंभ की तुलना करते हुए ट्वीट कर कहा कि असम सरकार ने सरकारी फंड से मदरसे न चलाने का निर्णय किया है, उसी तरह सरकार को कुंभ मेले के आयोजन पर 4200 करोड़ रुपए नहीं खर्च करने चाहिए. उनका कहना है कि सरकार का कोई धर्म नहीं होता है.