हरिद्वार: बीजेपी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, हरिद्वार नगर विधायक मदन कौशिक की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. आज प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम में संतों ने एक बैठक का आयोजन किया. इस बैठक में किस तरह राजनीतिक लोगों से अखाड़े को बचाया जाए? इसे लेकर आगे की रणनीति पर चर्चा हुई. बैठक में मदन कौशिक की संपत्तियों की एक लिस्ट भी संतों ने जारी की. सभी संतों ने मदन कौशिक की संपत्तियों की सीबीआई जांच कराने की मांग की
प्राचीन अवधूत मंडल के श्री महंत स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने कहा उन्हें लगातार धमकी भरे कॉल आ रहे हैं. इससे वह घबराने वाले नहीं हैं. उन्होंने बताया मदन कौशिक अखाड़े की राजनीति में दखलअंदाजी कर रहे हैं. वे दूसरे गुट का साथ दे रहे हैं, जबकि अखाड़ा अपने निर्णय पर अटल है. मदन कौशिक की संपत्ति पर बोलते हुए स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने कहा जब से वह हरिद्वार के विधायक बने हैं उन्होंने अखाड़े की राजनीति कर करके अरबों रुपए की संपत्ति बना ली है. जिसकी एक लिस्ट भी हमारे पास है. जिसे आज हम साझा कर रहे हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मदन कौशिक ने इतने सालों में धर्म नगरी हरिद्वार के मठ मंदिरों पर कब्जा कर करके कितनी संपत्ति बनाई है.
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जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी स्वामी प्रबोधानंद ने भी लिस्ट का जिक्र किया. उन्होंने कहा लिस्ट में देखा जा रहा है कि मदन कौशिक ने हरिद्वार में जमीन हड़पने का काम किया है. उन्होंने कहा ऐसा कहने में कोई भी दो राय नहीं है कि उत्तराखंड के सबसे भ्रष्ट विधायकों में सबसे पहला नाम मदन कौशिक का है. उन्होंने कहा जिस तरह के कृत्य मदन कौशिक कर रहे हैं वह बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा मदन कौशिक अखाड़ों की संपत्ति पर नजर बनाए हुए हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को उन पर तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें बर्खास्त करना चाहिए.
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संत पीएम मोदी को लिख चुके हैं पत्र: श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन अखाडे़ के संत इस मामले में पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पत्र लिख चुके हैं. जिसमें अखाड़े की भूमि और संपत्तियों पर मदन कौशिक पर टेढ़ी नजर रखने का आरोप लगाया गया है. संतों का आरोप है कि राजनीतिक संरक्षण वाले तीन संतों को अखाड़े से बाहर किया जा चुका है. प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर स्थानीय विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.