हरिद्वार: चलती ट्रेन और रेलवे स्टेशनों से यात्रियों का मोबाइल और सामान चोरी करने वाले शातिर गिरोह के 4 सदस्यों को जीआरपी और आरपीएफ पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है. गैंग के सभी सदस्य दक्षिण भारत के रहने वाले हैं, जिसमें एक मां-बेटा भी शामिल है. आरोपियों के पास से पुलिस को 10 लाख से अधिक की कीमत के 42 मोबाइल, 50 हजार से अधिक की नगदी और सोने चांदी के गहने मिले है.
बता दें की बीते 24 मई को जीआरपी थाने में एम विनय गमूरिही निवासी चेन्नई ने मुकदमा दर्ज कराया था. जिसमें उन्होंने बताया कि शताब्दी एक्सप्रेस के कोच संख्या C-5 में सवार होते समय उनके बैग से करीब 35 हजार की रकम चोरी हो गई थी. मामले में एसओ जीआरपी अनुज सिंह की अगुवाई में पुलिस टीम ने जांच शुरू कर दी. सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर संदिग्धों के चेहरे सामने आए थे, जिसके बाद जीआरपी ने ट्रेन स्कॉर्ट तथा जीआरपी नई दिल्ली को सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराए.
ये भी पढ़ें: ठेले पर भुट्टा देखकर अचानक रुके CM धामी, सादगी देख लोग हैरान
वहीं, एसओ जीआरपी की अगुवाई में एक टीम दिल्ली रवाना की गई. रेलवे स्टेशन नई दिल्ली पर जीआरपी ने आरपीएफ स्कॉर्ट कर्मचारियों की मदद से चार आरोपियों को पकड़ लिया. पकड़े गए सभी आरोपी आंध्र प्रदेश के रहने वाले बताए गए हैं. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ₹52 हजार रुपए, 42 मोबाइल फोन, एक चेन, तीन जोड़ी पाजेब बरामद की. एसओ जीआरपी ने बताया कि आरोपी ट्रेनों में चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं. तीर्थ स्थलों पर यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को शिकार बना लेते थे.