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मकर संक्रांति स्नान: पुलिस की तैयारी पूरी, सात जोन और 20 सेक्टरों मे बंटा मेला क्षेत्र

मकर संक्रांति के स्नान पर्व को पुलिस कुंभ के ट्रायल के तौर पर भी ले रही है. इस स्नान पर्व में लाखों लोगों के आने की उम्मीद है. ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.

मकर संक्रांति स्नान
मकर संक्रांति स्नान
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Published : Jan 11, 2021, 10:52 PM IST

हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में 14 जनवरी को होने वाले मकर संक्रांति स्नान पर्व को लेकर मेला पुलिस ने अपनी कमर कस ली है. सुरक्षा-व्यवस्था की दृष्टि से मेला क्षेत्र को सात जोन और 20 सेक्टर (एक जीआरपी सेक्टर सहित) में बांटा है. प्रत्येक जोन में प्रभारी अधिकारी के रूप में अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) और सेक्टरों में सीओ स्तर के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है.

पढ़ें- निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी प्रज्ञानानंद पद और अखाड़े से निष्कासित

मकर संक्रांति स्नान के लिए पांच कंपनी अर्धसैनिक और आठ कंपनी पीएसी की तैनाती की गई है. इसके अलावा बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वायड, एसडीआरएफ और जल पुलिस को तैनात करने के साथ ही मंगलवार (12 जनवरी) से भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है.

जोन का विवरण:

  • प्रथम जोन– हरकी पैड़ी

सेक्टर: हर की पैड़ी, बेलवाला, रोड़ी

  • द्वितीय जोन– गौरी शंकर

सेक्टर: लालजी वाला, नील धारा, गौरीशंकर

  • तृतीय जोन – भूपतवाला

सेक्टर: भीमगोडा, भूपतवाला, पंतद्वीप, रायवाला, सप्तसरोवर

  • चतुर्थ जोन– हरिद्वार

सेक्टर: हरिद्वार, मंशा देवी, मायापुर

  • पंचम जोन – कनखल

सेक्टर : कनखल, बैरागी, दक्ष द्वीप

  • छठा जोन सदर क्षेत्र

सेक्टर : ज्वालापुर, रानीपुर

  • सप्तम जोन – जीआरपी

जल पुलिस

जल पुलिस स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं के गंगा में पैर फिसल कर बहने और डूबकर मृत्यु होने की घटनाओं पर अंकुश लगाए जाने हेतु जल पुलिस, SDRF और आपदा राहत दल की सम्मिलित ड्यूटी सभी आवश्यक उपकरणों और बोट सहित 5 संवेदनशील स्थानों पर लगाई गई है.

बम निरोधक दस्ता

इसके अलावा हर की पैड़ी, भूमा निकेतन, प्रेमनगर आश्रम, जटवाड़ा पुल, नमामि गंगे घाट, चंडी घाट पर बम निरोधक दस्ता तैनात किया जाएगा. वर्तमान समय में आतंकवादी घटनाओं के दृष्टिगत बम निरोधक दस्ते की 5 टीमों की ड्यूटी मेला क्षेत्र में लगाई गई है. उक्त टीमें किसी भी बम को निष्क्रिय करने के आधुनिक उपकरणों से लैस रहेंगी.

घुड़सवार पुलिस- मेला क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने और शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिये घुड़सवार पुलिस की 2 शिफ्टों में 2-2 घोड़ों सहित 4 स्थानों पर तैनाती रहेगी.

अग्निशमन सेवा

मेले के दौरान अग्निकांड से सुरक्षा के लिये अग्निशमन पुलिस की 12 टीमें संवेदनशील स्थानों पर समस्त अग्निशमक उपकरणों/वाहनों सहित 24 घंटे पारी वार नियुक्त रहेंगी.

चेकिंग-फ्रिस्किंग

मेला क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की विध्वंसक वस्तु अथवा अवैध अस्त्र-शस्त्र न ला सके, इसके लिये विभिन्न स्थानों में अभिसूचना इकाई की कई अलग-अलग टीम हैंड हेल्ड मैटल डिटेक्टर और डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर सहित दिन-रात चैकिंग-फ्रिस्किंग का कार्य करती रहेंगी.

खोया-पाया सेल

स्नान पर्व की भीड़ में अपने परिजनों से बिछुड़ कर गुम हो जाने वाले लोगों की खोजबीन के लिये 3 स्थानों गंगा सभा प्रसारण केंद्र, नगर नियंत्रण कक्ष और रेलवे स्टेशन हरिद्वार पर खोया-पाया केंद्रों की व्यवस्था की गई है.

संचार व्यवस्था

सम्पूर्ण स्नान पर्व के दौरान मेला नियंत्रण भवन में संचार पुलिस बल के लगभग 96 अधिकारी-कर्मचारी मुस्तैदी से 24 घंटे निर्बाध रेडियो संचार व्यवस्था बनाये रखने का उत्तरदायित्व निभाएंगे. रेडियो संचार व्यवस्था के निर्विघ्न संचालन के लिये नियंत्रण भवन में 4 संचार ग्रिडों की स्थापना की गई है.

सीसीटीवी कैमरा

रेडियो संचार व्यवस्था के अतिरिक्त संचार पुलिस द्वारा सीसीटीवी कैमरों के नेटवर्क को संभालने का कार्य भी किया जाएगा. सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में सतर्क दृष्टि बनाये रखने के लिये वर्तमान में मैपिंग किये गए 1150 निजी/ संस्थागत कैमरों के साथ-साथ 96 पुलिस कैमरों का प्रयोग भी किया जाएगा.

हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में 14 जनवरी को होने वाले मकर संक्रांति स्नान पर्व को लेकर मेला पुलिस ने अपनी कमर कस ली है. सुरक्षा-व्यवस्था की दृष्टि से मेला क्षेत्र को सात जोन और 20 सेक्टर (एक जीआरपी सेक्टर सहित) में बांटा है. प्रत्येक जोन में प्रभारी अधिकारी के रूप में अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) और सेक्टरों में सीओ स्तर के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है.

पढ़ें- निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी प्रज्ञानानंद पद और अखाड़े से निष्कासित

मकर संक्रांति स्नान के लिए पांच कंपनी अर्धसैनिक और आठ कंपनी पीएसी की तैनाती की गई है. इसके अलावा बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वायड, एसडीआरएफ और जल पुलिस को तैनात करने के साथ ही मंगलवार (12 जनवरी) से भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है.

जोन का विवरण:

  • प्रथम जोन– हरकी पैड़ी

सेक्टर: हर की पैड़ी, बेलवाला, रोड़ी

  • द्वितीय जोन– गौरी शंकर

सेक्टर: लालजी वाला, नील धारा, गौरीशंकर

  • तृतीय जोन – भूपतवाला

सेक्टर: भीमगोडा, भूपतवाला, पंतद्वीप, रायवाला, सप्तसरोवर

  • चतुर्थ जोन– हरिद्वार

सेक्टर: हरिद्वार, मंशा देवी, मायापुर

  • पंचम जोन – कनखल

सेक्टर : कनखल, बैरागी, दक्ष द्वीप

  • छठा जोन सदर क्षेत्र

सेक्टर : ज्वालापुर, रानीपुर

  • सप्तम जोन – जीआरपी

जल पुलिस

जल पुलिस स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं के गंगा में पैर फिसल कर बहने और डूबकर मृत्यु होने की घटनाओं पर अंकुश लगाए जाने हेतु जल पुलिस, SDRF और आपदा राहत दल की सम्मिलित ड्यूटी सभी आवश्यक उपकरणों और बोट सहित 5 संवेदनशील स्थानों पर लगाई गई है.

बम निरोधक दस्ता

इसके अलावा हर की पैड़ी, भूमा निकेतन, प्रेमनगर आश्रम, जटवाड़ा पुल, नमामि गंगे घाट, चंडी घाट पर बम निरोधक दस्ता तैनात किया जाएगा. वर्तमान समय में आतंकवादी घटनाओं के दृष्टिगत बम निरोधक दस्ते की 5 टीमों की ड्यूटी मेला क्षेत्र में लगाई गई है. उक्त टीमें किसी भी बम को निष्क्रिय करने के आधुनिक उपकरणों से लैस रहेंगी.

घुड़सवार पुलिस- मेला क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने और शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिये घुड़सवार पुलिस की 2 शिफ्टों में 2-2 घोड़ों सहित 4 स्थानों पर तैनाती रहेगी.

अग्निशमन सेवा

मेले के दौरान अग्निकांड से सुरक्षा के लिये अग्निशमन पुलिस की 12 टीमें संवेदनशील स्थानों पर समस्त अग्निशमक उपकरणों/वाहनों सहित 24 घंटे पारी वार नियुक्त रहेंगी.

चेकिंग-फ्रिस्किंग

मेला क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की विध्वंसक वस्तु अथवा अवैध अस्त्र-शस्त्र न ला सके, इसके लिये विभिन्न स्थानों में अभिसूचना इकाई की कई अलग-अलग टीम हैंड हेल्ड मैटल डिटेक्टर और डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर सहित दिन-रात चैकिंग-फ्रिस्किंग का कार्य करती रहेंगी.

खोया-पाया सेल

स्नान पर्व की भीड़ में अपने परिजनों से बिछुड़ कर गुम हो जाने वाले लोगों की खोजबीन के लिये 3 स्थानों गंगा सभा प्रसारण केंद्र, नगर नियंत्रण कक्ष और रेलवे स्टेशन हरिद्वार पर खोया-पाया केंद्रों की व्यवस्था की गई है.

संचार व्यवस्था

सम्पूर्ण स्नान पर्व के दौरान मेला नियंत्रण भवन में संचार पुलिस बल के लगभग 96 अधिकारी-कर्मचारी मुस्तैदी से 24 घंटे निर्बाध रेडियो संचार व्यवस्था बनाये रखने का उत्तरदायित्व निभाएंगे. रेडियो संचार व्यवस्था के निर्विघ्न संचालन के लिये नियंत्रण भवन में 4 संचार ग्रिडों की स्थापना की गई है.

सीसीटीवी कैमरा

रेडियो संचार व्यवस्था के अतिरिक्त संचार पुलिस द्वारा सीसीटीवी कैमरों के नेटवर्क को संभालने का कार्य भी किया जाएगा. सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में सतर्क दृष्टि बनाये रखने के लिये वर्तमान में मैपिंग किये गए 1150 निजी/ संस्थागत कैमरों के साथ-साथ 96 पुलिस कैमरों का प्रयोग भी किया जाएगा.

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