हरिद्वारः पौड़ी बस हादसे कई परिवारों को कभी न भूलने वाला जख्म दे गया. इस हादसे में 33 लोग काल कवलित हो गए. जबकि, कई घायलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. बस हादसे का शिकार हुए लोगों के परिजनों से मिलने हरिद्वार डीएम विनय शंकर पांडे भी लाल ढांग पहुंचे. जहां उन्होंने मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाया और हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया.
हरिद्वार डीएम विनय शंकर पांडे ने दूल्हा संदीप और उनकी माता समेत अन्य लोगों को सांत्वना देते हुए कहा कि प्रशासन उनके साथ है. संदीप की मां ने जिलाधिकारी को बताया कि उनके पास परिवार के भरण-पोषण के लिए कोई साधन नहीं है. संदीप के ऊपर आठ लोगों की जिम्मेदारी है. इस पर डीएम पांडे ने कहा कि संदीप की शैक्षिक योग्यता के अनुसार रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा. साथ ही उन्होंने तीन साल के मासूम का पूरा इलाज निशुल्क कराने की बात कही.
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे (Haridwar DM Vinay Shankar Pandey) ने अधिकारियों को बस दुर्घटना (Pauri Bus Accident) में प्रभावित परिवारों को छह महीने का निशुल्क राशन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. साथ ही सरकार की विभिन्न योजनाओं जिनमें पारिवारिक लाभ योजना, विधवा पेंशन, किसान पेंशन, सीएम राहत कोष आदि के अंतर्गत आश्रित परिवारों को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाने के लिए गांव में कैंप लगाने को कहा. ताकि आश्रितों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.
ये भी पढ़ेंः पौड़ी बस हादसा: 12 लोगों की एक साथ जली चिताएं, कतार में जलते शवों ने लोगों को किया शून्य
क्या था पौड़ी बस हादसा? बता दें कि बीती 4 अक्टूबर की देर शाम लालढांग से बीरोंखाल के कांडा तल्ला गांव जा रही बारातियों से भरी बस सिमड़ी के पास खाई में गिर गई थी. इस दर्दनाक हादसे में अभी तक 33 लोगों की मौत हो गई है. जबकि, कई घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह हादसा बेहद भयावह था. जिसमें कई लोग काल के गाल में समा गए. जहां लोग खुशी खुशी शादी समारोह में शिरकत करने जा रहे थे, लेकिन दुल्हन के गांव के करीब ही यह हादसा हो गया. जिससे पल भर में खुशियां मातम में बदल गई.
ये भी पढ़ेंः पौड़ी बस हादसे में बीड़ी की लत ने बचाई धीरेंद्र की जान, जानिए कैसे