हरिद्वार: कोरोना की दूसरी लहर धीमी पड़ने पर घनी आबादी वाला हरिद्वार जिला भी कंटेनमेंट जोन से मुक्त हो गया है. कुंभ मेले के दौरान हरिद्वार में बड़ी संख्या में रोजाना कोरोना के नए मामले आ रहे थे. कोरोना के पीक टाइम पर जिले में कंटेनमेंट जोन की संख्या 17 तक पहुंच गई थी. वर्तमान में जिले में सभी कंटेनमेंट जोन खत्म कर दिए गए हैं, जिसके बाद जिला प्रशासन राहत की सांस ले रहा है.
हरिद्वार जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि कंटेनमेंट जोन खत्म होने का मतलब कोरोना खत्म होना नहीं है. हमें आगे भी सतर्कता बरतनी होगी. जिस तरह अभी से दूसरे राज्यों में तीसरी लहर की चर्चाएं चल रही हैं, उससे हमें सतर्कता अभी से बरतनी होगी. उसके प्रयास हमारे द्वारा किए जा रहे हैं.
ऐसे में कोशिश की जा रही है कि तीसरी लहर से पहले हम पूरी तरह से तैयार हों. साथ ही जिलाधिकारी ने सभी से अपील की है कि लोग ये बिल्कुल न समझें कि कोरोना खत्म हो गया है. केंद्र सरकार की गाइडलाइन से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जल्द ही तीसरी लहर का प्रकोप भी शुरू हो सकता है, इसलिए सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है.
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सी रविशंकर ने कहा कि तीसरी लहर को लेकर तैयारियां की जा रही हैं. स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में जितना सुधार हो सकता है, उतना सुधार किया जा रहा है. लगातार हर सप्ताह तीसरी लहर को लेकर मीटिंग भी की जा रही है. इसकी मॉनिटरिंग मेरे द्वारा खुद की जा रही है. साथ ही बताया जा रहा है कि तीसरी लहर छोटे बच्चों पर ज्यादा असर करेगी. इसलिए कुपोषित बच्चों के लिए विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है.