हरिद्वार: जहरीली शराब कांड के बाद पुलिस और आबकारी विभाग कच्ची शराब के कारोबारियों का नेटवर्क तोड़ने के लिए जंगलों की खाक छान रहे हैं. नए जिला आबकारी अधिकारी प्रभा शंकर मिश्रा चार्ज संभालते ही ताबड़तोड़ कार्रवाई में जुट गये हैं. आबकारी अधिकारी के मुताबिक, पिछले दो दिनों में हरिद्वार लक्सर और रुड़की क्षेत्र में दर्जनों जगहों पर छापेमारी की गई. जिसमें सौ लीटर से ज्यादा कच्ची शराब और करीब चार हजार लीटर लहन नष्ट की जा चुकी है. कार्रवाई के दौरान आबकारी विभाग की टीम किसी भी आरोपी को पकड़ने में नाकाम रही है.
जिला आबकारी अधिकारी प्रभा शंकर मिश्रा ने बताया कि हमारा प्रयास है कि जिला पंचायत चुनाव को सकुशल संपन्न कराया जाए. इसी के साथ ही अवैध शराब के कारोबारियों और कच्ची शराब के लिए विशेष अभियान हमारे द्वारा चलाया जा रहा है. जिसके लिए हमने अन्य जनपदों से भी फोर्स को अटैच किया है. लगातार हमारे द्वारा इस मामले में कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया हमने जिला पंचायत चुनाव को देखते हुए सीमाओं पर भी चौकसी बढ़ा दी है. जिससे अन्य राज्यों की शराब का प्रवेश किसी भी तरह से उत्तराखंड में न हो सके.
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जहरीली शराब का कहर: हरिद्वार के पथरी थाना क्षेत्र के फूलगढ़ और शिवगढ़ गांव में बीती 10 सितंबर को जहरीली शराब (Haridwar poisonous liquor) पीने से चार लोगों की मौत हो गई थी. जिसके बाद मौत का सिलसिला बढ़ता गया. अबतक 9 लोगों की मौत हो चुकी है. 11 सितंबर को जहरीली शराब कांड के मुख्य आरोपी बिजेंद्र को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. आरोपी ने अपनी पत्नी को ग्राम प्रधान का चुनाव जिताने के लिए लोगों को शराब पिलाई थी.