हरिद्वार: लॉकडाउन के दौरान ह्यूमन ट्रांसपोर्टेशन के खिलाफ देर रात डीएम और एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए तीन प्राइवेट बसों को सीज कर दिया. साथ ही एक ट्रैवल व्यवसायी को गिरफ्तार किया है. ट्रैवल व्यवसायी निजी बसों में फर्जी तरीके से मजदूरों को यूपी के लखनऊ, इलाहाबाद और बंगाल के कोलकाता लेकर रहा था. इन बसों में तकरीबन 50 से 60 मजदूर परिवार सवार थे. ट्रैवल व्यवसायी ने मजदूरों से पैसे लेने के बावजूद टिकट भी नहीं दिया था.
इस मामले में जिलाधिकारी सी. रविशंकर का कहना है कि भारत सरकार द्वारा आदेश जारी किए गए है कि किसी भी राज्य के बॉर्डर से लोगों का आवागमन नहीं होगा. उनको लगातार शिकायत मिल रही थी कि हरिद्वार की कई फैक्ट्रियों में काम करने वाले मजदूर अपने राज्य जाना चाहते हैं. इनको एक ट्रैवल व्यवसायी निजी बसों के जरिए फर्जी करीके से जा रहा है. सूचना पर मौके पर पहुंची शासन-प्रशासन की टीम ने मिल रही खबरों को सही पाया. उन्होंने देखा कि प्राइवेट बसों द्वारा फर्जी तरीके से पास बनाए गए थे. जिसके बाद उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में बस के मालिक के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
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वहीं, हरिद्वार एसएसपी सेंथिल अबु दई कृष्णराज एस ने बताया कि एक ट्रैवल एजेंसी द्वारा गलत पास जारी कर मजदूरों को दूसरे राज्य लेकर जाया जा रहा था. पुलिस ने तीन बसों को सीज किया है, इन बसों में तकरीबन 50-50 लोग सवार थे. इनके द्वारा लॉकडाउन का उल्लंघन किया गया. जिसके बाद उन्होंने ट्रैवल एजेंसी के एक मालिक को भी गिरफ्तार किया है. साथ ही धारा 420 और नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.
इस मामले में मजदूरों का कहना है कि सिडकुल की फैक्ट्रियों को लॉकडाउन के चलते बंद कर दिया गया है. जिससे मजदूरों को रहने और खाने में परेशानी हो रही है. इसी के चलते मजदूर अपने घर जाने को विवश हो रहे हैं.