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कार्तिक पूर्णिमा का स्नान स्थगित, हरिद्वार की सीमा सील, गंगा घाटों पर पुलिस बल तैनात

कोरोना का बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तराखंड शासन और प्रशासन ने कार्तिक पूर्णिमा 2020 का स्नान स्थगित करने का फैसला लिया था, इसी क्रम में हरिद्वार की सभी सीमा सील कर दिया गया है. किसी भी श्रद्धालु को गंगा स्नान के लिए हरिद्वार आने की अनुमति नहीं है.

Haridwar
कार्तिक पूर्णिमा का स्नान स्थगित
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Published : Nov 29, 2020, 6:43 PM IST

Updated : Nov 29, 2020, 7:13 PM IST

हरिद्वार/रुड़की: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पर होने वाले गंगा स्नान पर रोक लगा दी है. कार्तिक पूर्णिमा पर किसी भी तरह से गंगा घाटों खास कर हरकी पैड़ी भीड़ एकत्र न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है. इसके लिए पुलिस-प्रशासन ने कमर कस ली है और प्लान भी तैयार किया गया है. जिसके मद्देनजर गंगा स्नान से पहले उत्तराखंड बॉर्डर भी सील कर दिय गया है. किसी भी श्रद्दालु को हरिद्वार की सीमा ने प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है.

रविवार दोपहर 12 बजे से लेकर सोमवार शाम छह बजे (30 घंटे) तक यूपी बॉर्डर पर पुलिस का सख्त पहरा रहेगा. स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को बॉर्डर से ही लौटाया जाएगा, जबकि शादी और अन्य कार्यों से सीमा में प्रवेश करने वालों का रिकॉर्ड दर्ज कर उनकी निगरानी की जाएगी. इसके अलावा सोशल मीडिया समेत अन्य प्लेट फार्मों से भी लोगों को इस बारे में जानकारी दी जा रही है.

गंगा घाटों पर पुलिस बल तैनात.

पढ़ें-सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया सूर्यधार झील का उद्घाटन

एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान को देखते हुए उत्तराखंड के नारसन, मंडावर, काली नदी, लखनौता और खानपुर बॉर्डर को सील कर दिया गया है. यहां पर प्रर्याप्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. आवश्यक कार्यों के लिए लोगों को आने की अनुमति है. कोविड-19 के चलते कार्तिकपूर्णिमा के स्नान को स्थगित किया गया है. जिसके मद्देनजर ये व्यवस्थाएं बनाई गई है, ताकि कोरोना के संक्रमण से बचा जा सके.

हरिद्वार में गंगा घाटों पर पुलिस का पहरा

स्थानीय लोगों को भी कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान की अनुमति नहीं दी गई है. गंगा घाटों पर भीड़ इकट्ठा न हो इसके वहां पर अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया है. एसपी सिटी हरिद्वार विशाखा ने बताया कि सोमवार को होने वाले कार्तिक पूर्णिमा स्नान को जिला प्रशासन ने स्थगित कर दिया गया है. इसी को देखते हुए हरकी पौड़ी और आसपास के गंगा घाटों पर पुलिस बल तैनात किया गया है. लोगों को गंगा स्नान करने से रोका जाएगा. बॉर्डर पर भी पुलिस बल तैनात है. वहां पर उन्हें बताया जाएगा स्थान स्थगित किया गया है. हरिद्वार के तमाम घाटों पर पुलिस बल को अलर्ट किया गया है.

पुलिस और प्रशासन के साथ संतों ने भी लोगों से अपील की है कि वे कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने घाटों पर न आए. अग्नि अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाशानंद ब्रह्मचारी ने घर पर रह कर ही गंगा स्नान करने कि लोगों से अपील की है. कार्तिक पूर्णिमा का काफी बड़ा स्नान होता है. लाखों लोग देश के विभिन्न राज्यों से गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के लिए हरिद्वार आते हैं. लेकिन इस बार शासन और प्रशासन की मजबूरी है. क्योंकि लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है. इसको देखते हुए ही स्नान को स्थगित करना पड़ा है. हमें इस निर्णय का स्वागत करना चाहिए.

हरिद्वार/रुड़की: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पर होने वाले गंगा स्नान पर रोक लगा दी है. कार्तिक पूर्णिमा पर किसी भी तरह से गंगा घाटों खास कर हरकी पैड़ी भीड़ एकत्र न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है. इसके लिए पुलिस-प्रशासन ने कमर कस ली है और प्लान भी तैयार किया गया है. जिसके मद्देनजर गंगा स्नान से पहले उत्तराखंड बॉर्डर भी सील कर दिय गया है. किसी भी श्रद्दालु को हरिद्वार की सीमा ने प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है.

रविवार दोपहर 12 बजे से लेकर सोमवार शाम छह बजे (30 घंटे) तक यूपी बॉर्डर पर पुलिस का सख्त पहरा रहेगा. स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को बॉर्डर से ही लौटाया जाएगा, जबकि शादी और अन्य कार्यों से सीमा में प्रवेश करने वालों का रिकॉर्ड दर्ज कर उनकी निगरानी की जाएगी. इसके अलावा सोशल मीडिया समेत अन्य प्लेट फार्मों से भी लोगों को इस बारे में जानकारी दी जा रही है.

गंगा घाटों पर पुलिस बल तैनात.

पढ़ें-सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया सूर्यधार झील का उद्घाटन

एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान को देखते हुए उत्तराखंड के नारसन, मंडावर, काली नदी, लखनौता और खानपुर बॉर्डर को सील कर दिया गया है. यहां पर प्रर्याप्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. आवश्यक कार्यों के लिए लोगों को आने की अनुमति है. कोविड-19 के चलते कार्तिकपूर्णिमा के स्नान को स्थगित किया गया है. जिसके मद्देनजर ये व्यवस्थाएं बनाई गई है, ताकि कोरोना के संक्रमण से बचा जा सके.

हरिद्वार में गंगा घाटों पर पुलिस का पहरा

स्थानीय लोगों को भी कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान की अनुमति नहीं दी गई है. गंगा घाटों पर भीड़ इकट्ठा न हो इसके वहां पर अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया है. एसपी सिटी हरिद्वार विशाखा ने बताया कि सोमवार को होने वाले कार्तिक पूर्णिमा स्नान को जिला प्रशासन ने स्थगित कर दिया गया है. इसी को देखते हुए हरकी पौड़ी और आसपास के गंगा घाटों पर पुलिस बल तैनात किया गया है. लोगों को गंगा स्नान करने से रोका जाएगा. बॉर्डर पर भी पुलिस बल तैनात है. वहां पर उन्हें बताया जाएगा स्थान स्थगित किया गया है. हरिद्वार के तमाम घाटों पर पुलिस बल को अलर्ट किया गया है.

पुलिस और प्रशासन के साथ संतों ने भी लोगों से अपील की है कि वे कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने घाटों पर न आए. अग्नि अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाशानंद ब्रह्मचारी ने घर पर रह कर ही गंगा स्नान करने कि लोगों से अपील की है. कार्तिक पूर्णिमा का काफी बड़ा स्नान होता है. लाखों लोग देश के विभिन्न राज्यों से गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के लिए हरिद्वार आते हैं. लेकिन इस बार शासन और प्रशासन की मजबूरी है. क्योंकि लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है. इसको देखते हुए ही स्नान को स्थगित करना पड़ा है. हमें इस निर्णय का स्वागत करना चाहिए.

Last Updated : Nov 29, 2020, 7:13 PM IST
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