हरिद्वार: महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य के निर्देश के बाद भी समाज कल्याण विभाग हंसी की काउंसलिंग को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है. आज सातवें दिन भी हंसी की ना तो काउंसलिंग हो पाई है और ना ही उसके रहने की कोई व्यवस्था की गई है. अभी भी हंसी सड़कों पर घूमती हुई दिखाई दे रही है.
हंसी के भाई ने सोशल मीडिया पर साझा किया दर्द
हंसी के भाई ने अब हंसी से जुड़ी कहानी सोशल मीडिया पर साझा की है. साथ ही उन्होंने राज्यमंत्री रेखा आर्य व हरिद्वार मेयर अनिता शर्मा से हंसी का इलाज करवाने की प्रार्थना की है. उनका कहना है कि हंसी को सबसे पहले इलाज की आवश्यकता है.
हंसी के भाई ने बताया कि उन्हें पहले उनकी वास्तविक स्थिति के बारे में नहीं पता था. हंसी प्रहरी अपने परिवार से मिलने आती रहती थी, लेकिन उन्होंने आज तक इस तरह की कोई भी बात साझा नहीं की. अब जब हमें पता लगा है तो हमने कई बार हंसी को घर आने के लिए कहा है, लेकिन हंसी घर आने को तैयार नहीं है. अब तो हंसी ने घर जाने की बात पर सुसाइड तक की धमकी भी दे दी है.
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आपको बता दें कि हंसी ने अब तक ना तो काउंसलिंग कराने के लिए हां कही है और ना ही इलाज कराने के लिए सहमति दी है. हंसी ने अपने भाई को टका सा जवाब देते हुए कहा कि मैं अपने हाल पर अपने आप जी लूंगी मेरी फिक्र करने की तुम लोगों को कोई आवश्यकता नहीं है.
आपको बता दें कि ईटीवी भारत द्वारा हंसी की खबर को प्रमुखता से दिखाया गया था, जिसके बाद महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही हंसी को रहने के लिए निवास व गुजर-बसर के लिए नौकरी दी जाएगी. उसके बाद कई सामाजिक संगठनों व पार्टियों ने हंसी को कई प्रस्ताव दिए, लेकिन हंसी किसी भी प्रस्ताव को नहीं मान रही है.
हंसी प्रहरी का कहना है कि वह सिर्फ अपने लिए शहर के बीचों बीच एक निजी निवास चाहती हैं. हरिद्वार की मेयर अनीता शर्मा ने उन्हें नगर निगम द्वारा निवास मुहैया कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन उसके लिए अनीता शर्मा को बोर्ड में प्रस्ताव रखना होगा और सभी पार्षदों की अनुमति लेनी होगी. उसके बाद जाकर हंसी प्रहरी को यह निवास मिल पाएगा.