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धूमधाम से मनाई गई गोविंद बल्लभ पंत की 132वीं जयंती, किया नमन - गोविंद बल्लभ पंत न्यूज

गोविंद बल्लभ पंत का जन्म उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के खूंट गांव में 10 सितंबर 1887 को हुआ था. आज पूरे प्रदेश में धूमधाम से उनकी 32वीं जयंती मनाई गई. साथ ही कई जगह उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई.

गोविंद बल्लभ पंत जयंती
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Published : Sep 10, 2019, 11:35 PM IST

Updated : Sep 11, 2019, 8:39 AM IST

देहरादून: उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री और देश के चौथे गृह मंत्री भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 132वीं जयंती पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाई गई. इस मौके पर देहरादून नगर निगम टाउन हॉल में उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत और मेयर सुनील उनियाल गामा मौजूद रहे. साथ ही इस अवसर पर स्कूली छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजित किया गया.

इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने याद करते हुए कहा कि आज के युवाओं को उनके जीवन परिचय से सीख लेनी चाहिये. उन्होंने कहा कि यह हम सब का सौभाग्य है कि वे हमारे राज्य में जन्मे थे.

बता दें कि गोविंद बल्लभ पंत का जन्म उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के खूंट गांव में 10 सितंबर 1887 को हुआ था. इनकी मां का नाम गोविंदी देवी और पिता का नाम मनोरथ पंथ था. बचपन में पिता की मौत हो जाने के बाद उनकी परवरिश उनके नाना बद्री दत्त जोशी ने की.

गोविंद बल्लभ पंत की 132वीं जयंती.

गोविंद बल्लभ पंत को 1937 से 1939 तक ब्रिटिश भारत में संयुक्त प्रांत के मुख्यमंत्री के रूप में पदभार दिया गया. संयुक्त प्रांत में 1946 के चुनाव में कांग्रेस ने बहुमत हासिल किया और उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री बनाया गया. जिसके बाद गोविंद बल्लभ पंत 1946 से 1949 तक संयुक्त प्रांत (उत्तर प्रदेश) के सीएम रहे. इसके बाद गोविंद बल्लभ पंत 1955 से 1968 तक गृह मंत्री भी रहे और 1971 में उनका निधन हो गया.

पढे़ं- बेजुबानों के लिए अभिनेत्री माला बनीं आसरा, भूखे और बीमार कुत्तों को देती हैं सहारा

अल्मोड़ा
भारतरत्न और महान स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी पंडित गोविन्द बल्लभ पंत का जन्मदिन उनके पैतृक गांव खूंट में धूमधाम से मनाया गया. गोविन्द बल्लभ पंत की 132 वीं जयन्ती में सूबे की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को पहुंचना था. लेकिन खराब मौसम के कारण राज्यपाल का दो दिवसीय अल्मोड़ा दौरा रद्द हो गया.

जयंती के इस अवसर पर खूंट गांव में अल्मोड़ा के सांसद अजय टम्टा और विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने गोविन्द बल्लभ पंत की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान गांव में कई रंगारंग कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया.

बागेश्वर
बागेश्वर में भी आज भारत रत्न पंडित गोविन्द बल्लभ पंत की 132वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई. पंत चौक समेत जिले के सभी विभागों में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्वासुमन अर्पित किए गए. साथ ही विद्यालयों में भी गोविंद बल्लभ पंत को याद कर अनेकों कार्यक्रम किए गए.

इस अवसर पर लोगों ने कहा कि पंडित गोविंद बल्लभ पंत एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे. जिनपर उन्हें गर्व है. उन्होंने कुली बेगार तथा जमींदारी उन्मूलन के लिए निर्णायक लड़ाई लड़ी और समाज से इन बुराइयों को मिटाने में अहम भूमिका निभाई.

काशीपुर
भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 132 वीं जयंती पर शहर में बड़े ही धूमधाम के साथ उनकी जयंती मनाई गई. इस मौके पर वक्ताओं ने पन्त के व्यक्तित्व और उनके द्वारा किया गए कार्यों पर प्रकाश डाला. साथ ही उनकी प्रतिमा पर फूल माला अर्पित कर नमन किया गया.

देहरादून: उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री और देश के चौथे गृह मंत्री भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 132वीं जयंती पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाई गई. इस मौके पर देहरादून नगर निगम टाउन हॉल में उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत और मेयर सुनील उनियाल गामा मौजूद रहे. साथ ही इस अवसर पर स्कूली छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजित किया गया.

इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने याद करते हुए कहा कि आज के युवाओं को उनके जीवन परिचय से सीख लेनी चाहिये. उन्होंने कहा कि यह हम सब का सौभाग्य है कि वे हमारे राज्य में जन्मे थे.

बता दें कि गोविंद बल्लभ पंत का जन्म उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के खूंट गांव में 10 सितंबर 1887 को हुआ था. इनकी मां का नाम गोविंदी देवी और पिता का नाम मनोरथ पंथ था. बचपन में पिता की मौत हो जाने के बाद उनकी परवरिश उनके नाना बद्री दत्त जोशी ने की.

गोविंद बल्लभ पंत की 132वीं जयंती.

गोविंद बल्लभ पंत को 1937 से 1939 तक ब्रिटिश भारत में संयुक्त प्रांत के मुख्यमंत्री के रूप में पदभार दिया गया. संयुक्त प्रांत में 1946 के चुनाव में कांग्रेस ने बहुमत हासिल किया और उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री बनाया गया. जिसके बाद गोविंद बल्लभ पंत 1946 से 1949 तक संयुक्त प्रांत (उत्तर प्रदेश) के सीएम रहे. इसके बाद गोविंद बल्लभ पंत 1955 से 1968 तक गृह मंत्री भी रहे और 1971 में उनका निधन हो गया.

पढे़ं- बेजुबानों के लिए अभिनेत्री माला बनीं आसरा, भूखे और बीमार कुत्तों को देती हैं सहारा

अल्मोड़ा
भारतरत्न और महान स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी पंडित गोविन्द बल्लभ पंत का जन्मदिन उनके पैतृक गांव खूंट में धूमधाम से मनाया गया. गोविन्द बल्लभ पंत की 132 वीं जयन्ती में सूबे की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को पहुंचना था. लेकिन खराब मौसम के कारण राज्यपाल का दो दिवसीय अल्मोड़ा दौरा रद्द हो गया.

जयंती के इस अवसर पर खूंट गांव में अल्मोड़ा के सांसद अजय टम्टा और विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने गोविन्द बल्लभ पंत की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान गांव में कई रंगारंग कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया.

बागेश्वर
बागेश्वर में भी आज भारत रत्न पंडित गोविन्द बल्लभ पंत की 132वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई. पंत चौक समेत जिले के सभी विभागों में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्वासुमन अर्पित किए गए. साथ ही विद्यालयों में भी गोविंद बल्लभ पंत को याद कर अनेकों कार्यक्रम किए गए.

इस अवसर पर लोगों ने कहा कि पंडित गोविंद बल्लभ पंत एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे. जिनपर उन्हें गर्व है. उन्होंने कुली बेगार तथा जमींदारी उन्मूलन के लिए निर्णायक लड़ाई लड़ी और समाज से इन बुराइयों को मिटाने में अहम भूमिका निभाई.

काशीपुर
भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 132 वीं जयंती पर शहर में बड़े ही धूमधाम के साथ उनकी जयंती मनाई गई. इस मौके पर वक्ताओं ने पन्त के व्यक्तित्व और उनके द्वारा किया गए कार्यों पर प्रकाश डाला. साथ ही उनकी प्रतिमा पर फूल माला अर्पित कर नमन किया गया.

Intro:

Summary- देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 132 वीं जयंती पंडित गोविंद बल्लभ पंत पार्क में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई गई। इस मौके पर वक्ताओं ने पन्त जी के व्यक्तित्व और उनके द्वारा किया गए कार्यों पर प्रकाश डाला।


एंकर- देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न पं. गोविंद बल्लभ पंत का 132वां जन्मदिवस देशभर में बड़े ही हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ मनाया गया। देवभूमि उत्तराखंड में भी भारत रत्न पंडित कौन बल्लभ पंत की 132 वीं जयंती जगह-जगह बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इसी के तहत काशीपुर में पंडित गोविंद बल्लभ पंत पार्क में पंडित गोविंद बल्लभ पंत आयोजन समिति के बैनर तले एक कार्यक्रम आयोजित कर भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत के 132वें जन्म दिवस पर उनकी प्रतिमा के समक्ष फूल माला अर्पित कर नमन किया गया।
Body:वीओ- भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत के 132 वे जन्म दिवस के अवसर पर देशभर के साथ-साथ देवभूमि उत्तराखण्ड में भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस मौके पर काशीपुर में स्टेशन रोड स्थित पंडित गोविंद बल्लभ पंत भारत में आयोजन समिति के द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर पं. गोविंद बल्लभ पंत की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इसके बाद विभिन्न वक्ताओं ने पन्त जी के जीवन के कृत्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में नगर निगम के एमएनए बंशीधर तिवारी ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस मौके पर वक्ताओं ने पंत पार्क के रख-रखाव के साथ साथ पन्त जी की प्रतिमा के ऊपर छत्र बनवाने की मांग नगर निगम के एमएनए से की। इस मौके पर विधुशेखर शर्मा ने राष्ट्रपति, एमएनए बंशीधर तिवारी ने प्रधानमंत्री, श्रीमती मुक्ता सिंह ने राज्यपाल और कांग्रेस महानगर अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री का संदेश पढ़कर सुनाया।
बाइट- दिलीप मेहरोत्रा,आयोजक
बाइट- बंशीधर तिवारी, मुख्य अतिथि
बाइट- मुशर्रफ हुसैन, वक्ता Conclusion:
Last Updated : Sep 11, 2019, 8:39 AM IST
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