रुड़की: कुंभ मेले के लिए भले सरकार ने कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है. लेकिन मकर संक्रांति से लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए हरिद्वार पहुंच रहे हैं. कुंभ मेले को लेकर सरकार ने करोड़ों रुपए की लागत से निर्माण कार्य का काम चलाया गया था, जिससे उत्तराखंड पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े, लेकिन विभाग की लापरवाही के चलते सरकार की योजनाओं को पलीता लगाया जा रहा है.
ये भी पढ़ें: सतपाल महाराज के कार्यक्रम में नहीं पहुंचे DM और SP, मुख्य सचिव ने मांगा स्पष्टीकरण
आपको बता दें कि मंगलौर NH-58 दिल्ली-हरिद्वार मार्ग के गंगनहर पर बना पुल का एक बड़ा हिस्सा पिछले कई महीनों से क्षतिग्रस्त है. इस पुल से रोजाना हजारों की संख्या में वाहन गुजरते हैं और अब कुंभ मेले के चलते लाखों की संख्या में श्रद्धालु इसी मार्ग से होते हुए हरिद्वार पहुंचेंगे, लेकिन अभी तक भी विभाग के अधिकारियों ने इस पुल की सुध नहीं ली है. पुल का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है और कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है, जबकि कुंभ मेले की तैयारियों को लेकर सरकार ने किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए थे.
2 माह से जर्जर अवस्था में पुल विभाग की लापरवाही को उजागर करता है, जबकि 2 साल पहले ही इस पुल का निर्माण कराया गया था. वहीं, कुछ दिनों में ही पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे विभागीय अधिकारियों के कार्यशैली पर सवालिया निशान उठ रहे हैं.