हरिद्वार: गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए संघर्ष करने वाली संस्था मातृ सदन एक बार फिर से अनशन की राह पर है. गंगा स्वच्छता और मातृ सदन की लड़ाई से जुड़ी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर मातृ सदन के प्रमुख स्वामी शिवानंद के शिष्य ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद का अनशन पिछली 18 अगस्त से जारी है.
ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद के अनशन का एक महीना पूरा होने पर 19 सितंबर को मातृ सदन आश्रम में एक बड़ा सम्मेलन होने जा रहा है. इस सम्मेलन में कई राज्यों के गंगा भक्त और पर्यावरणविद शामिल होंगे. सम्मेलन में गंगा स्वच्छता के लिए छेड़े गए इस आंदोलन को धार देने पर चर्चा की जाएगी.
मातृ सदन आश्रम के प्रमुख स्वामी शिवानंद ने कहा है कि आत्मबोधानंद के अनशन को एक महीना पूरा होने जा रहा है. इस बीच हरिद्वार में नए डीएम और एसएसपी ने भी चार्ज संभाल लिया, लेकिन दोनों में से किसी भी अधिकारी ने अनशन की सुध नहीं ली. मातृ सदन की मांग पर विचार करने वाले अधिकारियों को हरिद्वार में टिकने नहीं दिया जाता.
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उन्होंने आरोप लगाया कि गंगा की बात करने वाले देश के प्रधानमंत्री भी गंगा की उपेक्षा कर रहे हैं. उनके द्वारा उत्तराखंड में बंद पड़ी परियोजनाओं को फिर से शुरू किया जा रहा है. स्वामी शिवानंद ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं तब तक मातृ सदन संस्था अपना बलिदान देती रहेगी.