ETV Bharat / state

स्वतंत्रता सेनानी स्वराज राणा का निधन, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

author img

By

Published : Aug 14, 2022, 8:09 PM IST

15 अगस्त से ठीक एक दिन पहले स्वतंत्रता सेनानी स्वराज राणा का 79 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. उनके निधन के बाद से क्षेत्र में शोक की लहर है. वहीं, लक्सर में उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम संस्कार में एसडीएम गोपाल राम बिनवाल, विधायक मोहम्मद शहजाद समेत कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि शामिल हुए.

Etv Bharat
Etv Bharat

लक्सर: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वराज राणा (79 वर्ष) का स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले निधन हो गया. उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर है. वह लंबे समय से बीमार थे, जिसकी वजह से आज लक्सर स्थित सिमली कॉलोनी के अपने घर में उन्होंने अंतिम सांस ली. लक्सर में उनका गॉड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम संस्कार में एसडीएम गोपाल राम बिनवाल, विधायक मोहम्मद शहजाद समेत कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि शामिल हुए.

बता दें कि स्वराज राणा का जन्म 5 जनवरी 1943 को सहारनपुर स्थित जेल में हुआ था. आजादी के आंदोलन में स्वराज राणा के पिता राजाराम राणा और माता सुरसती देवी को अंग्रेजो ने सहारनपुर जेल में जेल डाल दिया था. जेल में जन्म होने के कारण उनके माता पिता ने अपनी संतान का नाम उन्होंने स्वराज राणा रखा था.

ये भी पढ़ें: देश की आजादी में इन गांवों के स्वतंत्रता सेनानियों ने निभाई थी अहम भूमिका, कालापानी की सजा से भी नहीं डिगे कदम

उनके निधन की खबर सुनते ही लक्सर क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी. लक्सर में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम संस्कार में शामिल हुए उनके साथी स्वतंत्रता सेनानी प्रोफेसर भारत भूषण अलंकार ने बताया कि स्वराज राणा एक निडर व्यक्ति थे, उन्होंने हमेशा देश की सेवा के बारे में सोचा, उनका अचानक चले जाना पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है. स्वराज राणा के चार बेटे हैं. बीमार होने के बाद उनके बेटे उनका इलाज करा रहे थे, लेकिन अचानक तबीयत बिगड़ने पर रविवार को उनका निधन हो गया.

लक्सर: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वराज राणा (79 वर्ष) का स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले निधन हो गया. उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर है. वह लंबे समय से बीमार थे, जिसकी वजह से आज लक्सर स्थित सिमली कॉलोनी के अपने घर में उन्होंने अंतिम सांस ली. लक्सर में उनका गॉड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम संस्कार में एसडीएम गोपाल राम बिनवाल, विधायक मोहम्मद शहजाद समेत कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि शामिल हुए.

बता दें कि स्वराज राणा का जन्म 5 जनवरी 1943 को सहारनपुर स्थित जेल में हुआ था. आजादी के आंदोलन में स्वराज राणा के पिता राजाराम राणा और माता सुरसती देवी को अंग्रेजो ने सहारनपुर जेल में जेल डाल दिया था. जेल में जन्म होने के कारण उनके माता पिता ने अपनी संतान का नाम उन्होंने स्वराज राणा रखा था.

ये भी पढ़ें: देश की आजादी में इन गांवों के स्वतंत्रता सेनानियों ने निभाई थी अहम भूमिका, कालापानी की सजा से भी नहीं डिगे कदम

उनके निधन की खबर सुनते ही लक्सर क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी. लक्सर में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम संस्कार में शामिल हुए उनके साथी स्वतंत्रता सेनानी प्रोफेसर भारत भूषण अलंकार ने बताया कि स्वराज राणा एक निडर व्यक्ति थे, उन्होंने हमेशा देश की सेवा के बारे में सोचा, उनका अचानक चले जाना पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है. स्वराज राणा के चार बेटे हैं. बीमार होने के बाद उनके बेटे उनका इलाज करा रहे थे, लेकिन अचानक तबीयत बिगड़ने पर रविवार को उनका निधन हो गया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.