रुड़की: सरकार की नीतियों से परेशान भारतीय किसान यूनियन ने प्रदेश सरकार से आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है. वहीं 21 दिसंबर को पूरे भारतवर्ष में किसान सड़कों पर उतरकर भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करेंगे. किसानों ने अपने कृषि यंत्रों के साथ सड़कों पर उतरने का फैसला लिया है. साथ ही किसानों ने भाजपा सरकार पर किसानों का शोषण करने का आरोप लगाया है.
इस दौरान किसानों ने कहा कि सरकार ने चुनाव के दौरान वादा किया था कि फसलों का उचित मुआवजा सहित गन्ने का बकाया भुगतान कर दिया जाएगा. लेकिन चुनान के बाद सरकार ने वादे पूरे नहीं किए. जिससे किसान मंदी की मार झेल रहा है और परिवार का ठीक ढंग से पालन-पोषण तक नहीं कर पा रहा है.
ये भी पढ़े : भारत में बलात्कार की दोष सिद्धि दर 32 प्रतिशत : एनसीआरबी
बता दें कि पिछले 2 साल से बकाया गन्ने का भुगतान किसानों को नहीं मिला है. जिसके विरोध में 21 दिसंबर को गन्ना भुगतान, कृषि ऋण माफ करने और बिजली की दरों को कम किए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन को तैयार हैं.