हरिद्वार: कनखल थाना क्षेत्र में रविवार आधी रात को उस समय दहशत फैल गई जब गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता अमरदीप चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हत्या और किसी ने नहीं बल्कि प्रॉपर्टी डीलिंग में अमरदीप के साझीदार और उसके दो बेटों ने की. बीच-बचाव करने आए अमरदीप के भाई और उसके एक दोस्त को भी आरोपियों ने गोलियां मारी हैं. दोनों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर 3 में से दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है. बवाल की आशंका को देखते हुए कई थानों की फोर्स भी इलाके में तैनात की गई है.
आरोपी के साथ प्रॉपर्टी डीलिंग करता था अमरदीप चौधरी: आपको बता दें कि वकालत की पढ़ाई कर रहा अमरदीप चौधरी निवासी जगजीतपुर कनखल प्रॉपर्टी डीलिंग का भी काम किया करता था. पिछले कुछ समय से उसने राजकुमार मलिक निवासी निकट ओलिविया स्कूल जगजीतपुर कनखल के साथ प्रॉपर्टी डीलिंग का काम साझेदारी में किया था. बताया जा रहा है कि दोनों के बीच पैसों के लेनदेन को लेकर पिछले कुछ दिनों से कुछ विवाद चल रहा था.
अमरदीप को उधार के पैसे लौटाने के लिए बुलाया था: शनिवार देर रात राजकुमार ने अमरदीप चौधरी को पैसे लौटाने के लिए अपने घर पर बुलाया. अमरदीप अपने दोस्त सोनू राठी के साथ उसके घर पहुंचा. इस दौरान अमरदीप राजकुमार, उसके लड़के हर्षदीप, मनदीप और दो अज्ञात लोगों के साथ अंदर कमरे में बात करने चला गया. बताया जा रहा है कि इस दौरान अंदर यह लोग शराब पीने लगे. सोनू बाहर की तरफ कमरे में बैठा हुआ था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजकुमार अमरदीप से प्रॉपर्टी डीलिंग में कमाई गई रकम का कुछ हिस्सा मांग रहा था. जबकि अमरदीप उसे ₹50 हजार देने की बात कर रहा था.
अमरदीप को मारी गई तीन गोलियां: इसी दौरान दोनों के बीच कहासुनी हो गई. देखते ही देखते राजकुमार ने अपने दोनों लड़कों के साथ मिलकर अमरदीप की कमर में गोली मार दी. गोली की आवाज सुनते ही सोनू जैसे ही कमरे के भीतर आया तो उस पर भी फायरिंग की गई. इस दौरान तीनों ने अमरदीप के सिर से सटा कर फिर दो गोलियां मार दी. जिससे अमरदीप की मौके पर ही मौत हो गई.
अमरदीप को बचाने आए भाई और दोस्त को भी गोली मारी: वहां से जान बचाकर भागे सोनू ने तत्काल इसकी सूचना अमरदीप के भाई बादल को दी. भाई को गोली लगने की सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुंचा बादल इससे पहले कुछ समझ पाता बाप बेटों ने बादल पर भी फायरिंग कर दी. बादल के भी कमर में गोली लगी. इस दौरान कनखल पुलिस को सूचना देने पर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी राजकुमार तो मौके से फरार हो गया, लेकिन उसके दोनों बेटे बेधड़क मौके पर ही खड़े रहे. पुलिस ने दोनों हिरासत में ले लिया है.
इलाके में भारी पुलिस बल तैनात: प्रथम दृष्टया हत्या के पीछे पैसों का लेनदेन ही प्रकाश में आ रहा है. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय में भिजवा दिया है. हालांकि पुलिस अभी इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी की बात नहीं कबूल रही है. इस घटना से इलाके में जहां दहशत का माहौल है, वहीं लोगों में इस हत्याकांड को लेकर काफी आक्रोश भी है. हत्या की खबर के बाद भारी संख्या में लोग मेला अस्पताल पर जुट गए. जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए किसी भी तरह के बवाल की आशंका के चलते कई थानों की पुलिस फोर्स को अस्पताल पर बुला लिया गया.
कौन है राजकुमार मलिक: हत्याकांड का मुख्य आरोपी राजकुमार मलिक मूल रूप से मेरठ का रहने वाला बताया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार राजकुमार का इतिहास आपराधिक रहा है. इस कारण वह मेरठ से फरार होकर कुछ साल पहले कनखल के इसी क्षेत्र में आकर रहने लगा था, जहां हत्याकांड को अंजाम दिया गया है. मेरठ में उसके खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.
बेटा भी बन गया बदमाश: बाप की तरह राजकुमार का छोटा बेटा मंदीप उर्फ गोली भी बदमाशी की राह पर चल निकल गया. बताया जा रहा है कि कुछ माह पहले ही वह 18 साल का हुआ था. लेकिन नाबालिग रहते हुए ही उसने इलाके में कई बार गोलियां चलाकर सनसनी फैला दी थी. बालिग होते ही फिर एक गोलीकांड में वह जेल भेज दिया गया था. खुलेआम गोली चलाने के कारण इलाके में उसका नाम भी गोली ही पड़ गया था.
रोज घूमते थे साथ: अमरदीप और राजकुमार पिछले कुछ समय से न केवल प्रॉपर्टी के धंधे में साझीदार थे, बल्कि दोनों के बीच अच्छी दोस्ती भी थी. दोनों अक्सर गाड़ी में बैठकर साथ घूमते देखे जाते थे. एक दूसरे के विवाद में भी दोनों डटकर एक दूसरे के साथ खड़े होते थे.
अमरदीप रहा दबंग छात्र नेता: गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने वाला अमरदीप चौधरी एक दबंग छात्र नेता के रूप में पिछले 12 सालों में उभर कर आया था. छात्र हित में अमरदीप ने कई बार कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ भी खुलकर मोर्चा खोला था. हाल ही में अमरदीप ने भाजपा का दामन छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया था.
क्या कहता है चश्मदीद: अमरदीप की हत्या के समय उसके साथ राजकुमार के घर हिसाब करने गए उसके दोस्त सोनू राठी का कहना है कि रविवार की देर रात राजकुमार का फोन अमरदीप चौधरी के पास आया. उसने पैसों का हिसाब करने की बात कही और अपने घर पर बुला लिया. राजकुमार के घर पहुंचे अमरदीप ने ₹50 हजार राजकुमार को दे दिए.
अमरदीप की कमर और सिर में मारी गोलियां: घटनास्थल पर राजकुमार उसके दोनों बेटे और दो अज्ञात आदमी पहले से मौजूद थे. पहले राजकुमार के छोटे बेटे ने अमरदीप के गोली मारी जो कि उसकी कमर में आकर लगी. अभी वह कुछ समझ ही पाता कि उन्होंने अमरदीप के सर में सटाकर गोली मार दी. मैने जैसे ही उन्हें दबोचने की कोशिश की तो उन्होंने मेरे कमर में भी गोली मार दी. मैं वहां से जान बचाकर भागा. मैंने अमरदीप के छोटे भाई बादल को तत्काल फोन किया.
घटनास्थल पर चलीं 10 गोलियां: बादल मौके पर पहुंचकर अभी बाइक से उतरा भी नहीं था कि उसके ऊपर भी गोली चला दी. यह गोली बादल के बगल में लगकर पार निकल गई. विवाद का कारण पैसा बताया जा रहा है. अमरदीप आरोपियों से चल रहा पैसे का मामला खत्म करना चाहता था. इस कारण अमरदीप ने राजकुमार को ₹50 हजार दे भी दिए थे. राजकुमार के छोटे बेटे मंदिर उर्फ गोली ने गोलियां चलाईं. कमरे में कम से कम 10 गोलियां चली हैं.
क्या कहते हैं एस पी सिटी: एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि सूचना मिली थी कि राजा गार्डन के पास अमरदीप चौधरी रहते हैं, जिन्हें गोली लगी है. इस सूचना पर जैसे ही पुलिस मौके पर पहुंची तो मौके पर अमरदीप चौधरी उनके भाई बादल चौधरी और एक साथी सोनू राठी को गोली लगी है. पुलिस निजी गाड़ी से ही तीनों को मेला चिकित्सालय लेकर आई. अस्पताल में चिकित्सकों ने अमरदीप को मृत घोषित कर दिया. जबकि दोनों घायलों का उपचार किया जा रहा है.
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साथ में प्रॉपर्टी डीलिंग करते थे अमरदीप और राजकुमार: इस हत्याकांड में राजकुमार मलिक और उसके दोनों लड़कों के नाम प्रकाश में आ रहे हैं. दोनों ही पक्ष प्रॉपर्टी डीलिंग में साझीदार हैं. प्रथम दृष्टया इस मामले में पैसे के लेनदेन का विवाद ही सामने आ रहा है. पैसों के लेनदेन को लेकर कि दोनों पक्षों में कहासुनी हुई. जिसके बाद अमरदीप सहित तीन लोगों को गोली मारी गई. हमारी कई टीम लगी हुई हैं. जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. हत्या का आरोपी राजकुमार मूलतः मेरठ उत्तर प्रदेश का रहने वाला बताया जा रहा है.