रुड़की: चुनावी समर में नेताओं के दल-बदल का खेल जारी है. कई नेता पार्टी की उपेक्षा से नाराज हैं. साथ ही चुनाव के वक्त कुछ नेताओं का पार्टी आलाकमाना से भरोसा टूटा रहा है, तो वे दूसरी पार्टी में जाने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं. वहीं रुड़की में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है, जहां पूर्व विधायक चौधरी यशवीर सिंह ने आज अपने दर्जनों समर्थकों के साथ कांग्रेस छोड़ दी है. उनके इस फैसले से सियासत गर्मा गई है.
हरिद्वार जिले की राजनीति में अच्छा खासा दखल रखने वाले और पूर्व विधायक चौधरी यशवीर सिंह ने आज अपने समर्थकों सहित कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है. पूर्व विधायक ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि बड़े नेताओं के कारण पार्टी कई गुटों में बटी है. जिस कारण किसी भी छोटे या बड़े चुनाव में चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को जीत नहीं मिल पाती है. उन्होंने कहा कि गुटबाजी के चलते कार्यकर्ताओं का मनोबल भी गिर जाता है.
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पूर्व विधायक ने कांग्रेस पार्टी को एक फुटबाल बताया. साथ ही दर्जनों समर्थकों के साथ पार्टी छोड़ने का एलान किया. उन्होंने आज अपने मंगलौर रोड स्थित अपने आवास पर एक प्रेसवार्ता कर इस बात की जानकारी दी. उनके समर्थकों में प्रधान, पूर्व प्रधान और कई मंडी और सहकारी समितियों के नेता भी शामिल थे. वहीं पूर्व विधायक का कहना है कि जल्द ही अपने समर्थकों के साथ बैठकर होली के बाद किसी पार्टी में शामिल होने पर विचार किया जाएगा.
बता दें कि चौधरी यशवीर सिंह की गिनती जिले में बड़े नेताओं में होती है. चौधरी यशवीर सिंह दो बार बसपा से विधायक रहे हैं और 2016 में तत्कालीन सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेस का हाथ थामा था.