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लक्सर: गंगा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा बढ़ा - लक्सर में गंगा नदी उफान पर समाचार

पहाड़ों में लगातार हो रही बरसात के कारण गंगा नदी उफान पर है. इससे बाढ़ का खतरा बना हुआ है. प्रशासन ने सभी को अलर्ट रहने के आदेश दिए हैं.

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गंगा
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Published : Aug 12, 2020, 1:05 PM IST

लक्सर: पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. गंगा नदी भी उफान पर है. गंगा का पानी 293 मीटर चेतावनी रेखा से ऊपर तक पहुंच गया है. गंगा की सहायक नदियों में भी पानी का स्तर बढ़ना शुरू हो गया है. नदी से खतरे की आशंका को देखते हुए तहसीलदार सुशीला कोठियाल ने बालावाली नीलधारा गंगा पर बाढ़ चौकियों का निरीक्षण किया. आस-पास के ग्रामीणों को अलर्ट रहने को कहा है.

एक सप्ताह से पहाड़ी जनपदों के साथ ही हरिद्वार में भी कई बार तेज बारिश हो चुकी है. इससे गंगा नदी का जलस्तर कई बार कम और ज्यादा हो चुका है. मंगलवार को भी जलस्तर में अचानक तेजी आई और जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है. गंगा और सोलानी नदी में पानी बढ़ने की सूचना पर तहसील प्रशासन सतर्क हो गया है.

तहसीलदार सुशीला कोठियाल ने बताया कि गंगा में खतरे का लेबल 294 मीटर पर है. अगर ऐसे ही पहाड़ों पर बारिश होती रही तो शीघ्र ही गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार करके बहने लगेगा. आसपास बसे सभी संवेदनशील गांवों के हल्का लेखपाल, पंचायत सचिव और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आदि सभी को सतर्क कर दिया गया है. हर दो घंटे पर पानी के स्तर की जानकारी ली जा रही है. ग्राम प्रधान और अन्य जनप्रतिनिधियों से भी सावधान रहने को कहा गया है.

पढ़ें: पिथौरागढ़: बदहाल सड़क नहीं हुई ठीक तो गांव वालों ने कर दी मंडुए की रोपाई !

उन्होंने बताया कि प्रशासन हर स्थिति से निपटने को तैयार है. गंगा के निकटवर्ती गांव जैनपुर, मुबारकपुर, डोसनी, कुआं खेड़ा, मथाना, हस्त मौली, सिकंदरपुर, कलशिया, गिद्दा वाली, बालावाली, गंगदासपुर, पंडित पुरी, महाराजपुर कल, महाराजपुर खुर्द, शेरपुर बेला, नाई वाला, मंडाबेला और दल्ला वाला आदि गांवों में अलर्ट रहने के लिए कहा गया है. साथ ही सभी शासन-प्रशासन स्तर के कर्मचारियों को 24 घंटे सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं.

लक्सर: पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. गंगा नदी भी उफान पर है. गंगा का पानी 293 मीटर चेतावनी रेखा से ऊपर तक पहुंच गया है. गंगा की सहायक नदियों में भी पानी का स्तर बढ़ना शुरू हो गया है. नदी से खतरे की आशंका को देखते हुए तहसीलदार सुशीला कोठियाल ने बालावाली नीलधारा गंगा पर बाढ़ चौकियों का निरीक्षण किया. आस-पास के ग्रामीणों को अलर्ट रहने को कहा है.

एक सप्ताह से पहाड़ी जनपदों के साथ ही हरिद्वार में भी कई बार तेज बारिश हो चुकी है. इससे गंगा नदी का जलस्तर कई बार कम और ज्यादा हो चुका है. मंगलवार को भी जलस्तर में अचानक तेजी आई और जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है. गंगा और सोलानी नदी में पानी बढ़ने की सूचना पर तहसील प्रशासन सतर्क हो गया है.

तहसीलदार सुशीला कोठियाल ने बताया कि गंगा में खतरे का लेबल 294 मीटर पर है. अगर ऐसे ही पहाड़ों पर बारिश होती रही तो शीघ्र ही गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार करके बहने लगेगा. आसपास बसे सभी संवेदनशील गांवों के हल्का लेखपाल, पंचायत सचिव और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आदि सभी को सतर्क कर दिया गया है. हर दो घंटे पर पानी के स्तर की जानकारी ली जा रही है. ग्राम प्रधान और अन्य जनप्रतिनिधियों से भी सावधान रहने को कहा गया है.

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उन्होंने बताया कि प्रशासन हर स्थिति से निपटने को तैयार है. गंगा के निकटवर्ती गांव जैनपुर, मुबारकपुर, डोसनी, कुआं खेड़ा, मथाना, हस्त मौली, सिकंदरपुर, कलशिया, गिद्दा वाली, बालावाली, गंगदासपुर, पंडित पुरी, महाराजपुर कल, महाराजपुर खुर्द, शेरपुर बेला, नाई वाला, मंडाबेला और दल्ला वाला आदि गांवों में अलर्ट रहने के लिए कहा गया है. साथ ही सभी शासन-प्रशासन स्तर के कर्मचारियों को 24 घंटे सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं.

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