हरिद्वारः तेलंगाना में बिजली संकट को दूर करने के लिए हरिद्वार से आज पहला टर्बो जनरेटर रवाना हुआ. ये जनरेटर तकरीबन छह माह बाद तेलंगाना पहुंचेगा. दरअसल, तेलंगाना सरकार के अनुरोध पर भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स (बीएचईएल) हरिद्वार ने विद्युत उत्पादन के लिए 800 मेगा वाट के टर्बो जनरेटर बनाने के एमओयू पर हस्ताक्षर किया था. इसी कड़ी में तीन टर्बो जनरेटर रवाना किये जाने है.
बीएचईएल के कार्यपालक निदेशक संजय गुलाटी ने बताया कि तेलंगाना के यदाद्री प्रोजेक्ट के लिए 800 मेगा वाट के तीन टर्बो जनरेटर बनाने का ऑर्डर बीएचएल को मिला है. यह देश का सबसे बड़ा टर्बो जनरेटर है. बीएचईएल को इसे बनाने का लिए गौरव प्राप्त हुआ है.
उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के कारण बीएचएल का उत्पादन भी प्रभावित हुआ था. परंतु आज बीएचईएल अपनी पूरी क्षमता से काम कर रही है और सभी प्राप्त ऑडर्स की आपूर्ति समय सीमा पर सुनिश्चित की जा रही है. वहीं, तेलंगाना यदादरी प्रोजेक्ट के डायरेक्टर एम सच्चिदानंदम ने कहा कि तेलंगाना राज्य में बिजली संकट को दूर करने के लिए मेगा विद्युत उत्पादन प्लांट लगाया जा रहा है. जिसके लिए बीएचईएल के साथ 4000 मेगा वाट के तीन टर्बो जरनेटर की आपूर्ति कराने का करार हुआ है.
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उन्होंने कहा कि इससे न केवल तेलंगाना में विद्युत संकट दूर होगा, बल्कि भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स के सहयोग से वहां के लोगों को बिजली सुलभ होगी. साथ ही बीएचईएल को भी आर्थिक लाभ होगा. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया के मिशन को सहयोग मिलेगा. उन्होंने बताया कि टर्बो जनरेटर का भार अधिक होने के कारण इसे बड़ी सावधानी से भेजा जा रहा है. इसलिए इसके तेलंगाना पहुंचने में कई महीनों का समय लगेगा.