हरिद्वार: राजाजी टाइगर रिजर्व की मनसा देवी पहाड़ियों पर बीती शाम लगी आग पर करीब 6 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया जा सका है. आग को बुझाने के लिए वन कर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है. वन कर्मियों ने आग को बुझाने के लिए पानी का प्रयोग ना कर हाथों (झाड़ियों) से आग बुझाई है, क्योंकि जंगल में वन फायर ब्रिगेड नहीं पहुंच सकती है.
राजाजी टाइगर रिजर्व की हरिद्वार रेंज के रेंजर विजय सैनी ने बताया की बीते कुछ दिनों से ठंड के बावजूद जंगल में पेड़ों से पत्तियां गिर रही हैं, जो सूखी हुई हैं. जंगल के नीचे रिहायशी इलाका है. यहीं से किसी के द्वारा शायद आग लगाई गई होगी, जो हवा के साथ जंगल में फैल गई होगी. सूचना मिलते ही हमारी टीम आग प्रभावित इलाके में पहुंची और करीब छह घंटे की मशक्कत के बाद जाकर आग पर काबू पाया गया.
वन कर्मियों की लोगों से अपील: हालांकि, इस अग्निकांड में वन संपदा का अधिक नुकसान नहीं बताया जा रहा है. लेकिन इस आग से पेड़ों को काफी नुकसान हुआ है. जंगलों में दोबारा लोगों की लापरवाही से आग न लगे, इसके लिए पार्क कर्मी आसपास की बस्तियों में रहने वाले लोगों से पार्क में न आने व आग न लगाने की अपील जरूर कर रहे हैं.
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लोगों की जरा सी लापरवाही राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन पर भारी पड़ रही है. तेज हवा के कारण आग रुक-रुक कर विकराल रूप धारण कर रही थी, जिसे कई किलोमीटर दूर से साफ देखा जा सकता था. आम तौर पर जंगलों में आग लगने का सीजन मार्च के मध्य में उस समय शुरू होता है, जब गर्मी का मौसम शुरू होता है, लेकिन इस बार आग ने फरवरी के मध्य में ही उस समय दस्तक दे दी है, जब हरिद्वार में ठीक ठाक ठंड है.