रुड़की: हरिद्वार बाईपास हाईवे एक बार फिर विवादों में है. आलम ये है कि किसानों को सालों बाद भी अधिग्रहित जमीन का उचित मुआवजे नहीं मिल पाया है. इसे लेकर किसान निर्माणधीन मार्ग पर अनिश्चितकालीन धरने पर हैं. इस बीच कुंभ 2021 तक निर्माणदायी संस्था को इस हाईवे को तैयार भी करना है.
किसानों का कहना है कि साल 2012-13 में भी अपने उचित मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने धरना दिया था. उसके बाद कुछ किसानों को उनके वाजिब दामों की अदायगी कर दी गई थी. लेकिन, बहुत से किसान ऐसे भी हैं, जिनकी जमीनों की कीमत अधिक है पर उन्हें औने-पौने दाम देकर इतिश्री कर दी गई.
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किसानों का कहना है कि जब तक उन्हें उनके वाजिब दाम नहीं मिलता, तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे और निर्माण कार्य नहीं होने देंगे.