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हरिद्वार: किसानों ने अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर गन्ना आयुक्त को सौंपा ज्ञापन - गन्ना आयुक्त

किसानों को कहना है कि उन्हें अबतक उन्हें गन्ने के बकाये का भुगतान नहीं हुआ है. ऐसे में उन्हें परिवार का भरण पोषण करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

Sugarcane
किसानों ने अपनी मांगों को लेकर गन्ना आयुक्त को ज्ञापन सौंपा है.
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Published : Dec 4, 2019, 10:40 PM IST

हरिद्वार: वैसे तो सरकार किसानों के उत्थान के लिए बड़ी-बड़ी बातें करती है और चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा किसान को ही बनाया जाता है. बावजूद इसके किसानों की समस्याएं जस की तस बनी हुई है. ऐसे में किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, बुधवार को किसानों ने अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर सहायक गन्ना आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर उनके जल्द निवारण की मांग की है.

किसानों ने अपनी मांगों को लेकर गन्ना आयुक्त को सौंपा ज्ञापन.

वहीं, किसानों का कहना है कि सबसे बड़ी समस्या है कि हमारे गन्ने को कम तोला जाता है. साथ ही किसान ने सीधा मंडी में फसल को सही मूल्य पर बेचे जाने की मांग की है. ताकि इसमें कोई भी ब्लैकमेलिंग ना हो. जिससे गन्ना मिलों में सुचारू रूप से गन्ने की सप्लाई कर सके और चार सौ रुपए कुंतल के भाव से उनका गन्ना खरीदा जाए. साथ ही किसानों की मांग है कि जो 2 साल से इकबालपुर गन्ना मिल पर जो बकाया है. उसे जल्द से जल्द दिलवाया जाए. ऐसे में सहायक गन्ना आयुक्त ने आश्वासन दिया गया है कि 3 दिन में मांगों को पूरा किया जाएगा. वहीं, किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती तो मिल अधिकारियों का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: जिस 'डर' से सीएम त्रिवेंद्र ने गैरसैंण जाने से किया मना, उस डर का हरदा ने ऐसे किया सामना

वहीं, इस मामले में सहायक गन्ना आयुक्त शैलेंद्र सिंह का कहना है कि राष्ट्रीय किसान संगम ने हमें ज्ञापन दिया है. किसानों ने इसमें अपनी विभिन्न मांगों को रखा है. किसानों की सभी समस्याओं को सुना गया है और किसानों को आश्वासन दिया है जितनी जल्दी हो सके हम इनकी मांगों को पूरा करेंगे. बाकी जो किसानों के और मुद्दे हैं जैसे चार सौ रुपए कुंतल गन्ने का भाव किया जाना है और जो किसानों का इकबालपुर मिल गन्ने पर बकाया है वह शासन का मुद्दा है और हम इसे आगे शासन को प्रस्तुत करेंगे.

हरिद्वार: वैसे तो सरकार किसानों के उत्थान के लिए बड़ी-बड़ी बातें करती है और चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा किसान को ही बनाया जाता है. बावजूद इसके किसानों की समस्याएं जस की तस बनी हुई है. ऐसे में किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, बुधवार को किसानों ने अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर सहायक गन्ना आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर उनके जल्द निवारण की मांग की है.

किसानों ने अपनी मांगों को लेकर गन्ना आयुक्त को सौंपा ज्ञापन.

वहीं, किसानों का कहना है कि सबसे बड़ी समस्या है कि हमारे गन्ने को कम तोला जाता है. साथ ही किसान ने सीधा मंडी में फसल को सही मूल्य पर बेचे जाने की मांग की है. ताकि इसमें कोई भी ब्लैकमेलिंग ना हो. जिससे गन्ना मिलों में सुचारू रूप से गन्ने की सप्लाई कर सके और चार सौ रुपए कुंतल के भाव से उनका गन्ना खरीदा जाए. साथ ही किसानों की मांग है कि जो 2 साल से इकबालपुर गन्ना मिल पर जो बकाया है. उसे जल्द से जल्द दिलवाया जाए. ऐसे में सहायक गन्ना आयुक्त ने आश्वासन दिया गया है कि 3 दिन में मांगों को पूरा किया जाएगा. वहीं, किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती तो मिल अधिकारियों का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा.

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वहीं, इस मामले में सहायक गन्ना आयुक्त शैलेंद्र सिंह का कहना है कि राष्ट्रीय किसान संगम ने हमें ज्ञापन दिया है. किसानों ने इसमें अपनी विभिन्न मांगों को रखा है. किसानों की सभी समस्याओं को सुना गया है और किसानों को आश्वासन दिया है जितनी जल्दी हो सके हम इनकी मांगों को पूरा करेंगे. बाकी जो किसानों के और मुद्दे हैं जैसे चार सौ रुपए कुंतल गन्ने का भाव किया जाना है और जो किसानों का इकबालपुर मिल गन्ने पर बकाया है वह शासन का मुद्दा है और हम इसे आगे शासन को प्रस्तुत करेंगे.

Intro:तमाम सरकारें किसानों के उत्थान के लिए बड़ी-बड़ी बातें करती है और चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा किसान को ही बनाया जाता है मगर उसके बावजूद भी आज भी किसान अपनी समस्याओं से त्रस्त है और उनकी सुध लेने वाला भी कोई नहीं है आज हरिद्वार में किसानों ने अपनी समस्याओं को लेकर सहायक गन्ना आयुक्त शैलेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपा और जल्द ही इन तमाम समस्याओं को दूर करने की मांग करीBody:किसानों ने अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर सहायक गन्ना आयुक्त को ज्ञापन सौंपा किसानों का कहना है कि हमारी सबसे बड़ी समस्या है हमारे गन्ने को कम तोला जाता है इसको सही करना चाहिए जिससे हमारे करने का वजन सही तरीके से आ सके किसान द्वारा सीधा मंडी में अपनी फसल को सही मूल्य पर बेचे इसमें कोई भी ब्लैकमेलिंग ना हो इसलिए हमारे द्वारा विरोध दर्ज कराया गया है जिससे गन्ना मिलों में हम सुचारू रूप से गन्ने की सप्लाई कर सके हमारे द्वारा चार सो रुपए कुंटल गन्ने की डिमांड की है और 2 साल से जो हमारा इकबालपुर गन्ना मिल पर बकाया है उसे जल्द दिलवाया जाए हमें इनके द्वारा आश्वासन दिया गया है कि 3 दिन में हमारी मांगों को पूरा किया जाएगा अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होती तो हम इनका घेराव करेगे और धरना देने पर विवश होगे किसानों को कहना है हमको इस वक्त इतनी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है कि परिवार चलाने में भी दिक्कत हो रही है और स्कूल में बच्चों की फीस भी नहीं दी जा रही है क्योंकि हमारा गन्ने का पेमेंट काफी बकाया है जब तक वह हमारे पास नहीं आएगा तब तक हमारी ऐसी ही स्थिति रहेगी

बाइट--सुशिल चौहान----प्रदेश अध्यक्ष
बाइट--अशोक चौहान----जिलाध्यक्ष 
बाइट--अशोक कुमार  

सहायक गन्ना आयुक्त शैलेंद्र सिंह का कहना है कि राष्ट्रीय किसान संगम उत्तराखंड द्वारा मुझे ज्ञापन दिया गया है किसानों ने इसमें अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मुझे ज्ञापन दिया है मेरे द्वारा किसानों की सभी समस्याओं को सुना गया है मैंने किसानों को आश्वासन दिया है जितना जल्दी हो सके हम इनकी मांगों को पूरा करेंगे बाकी जो किसानों के और मुद्दे हैं जैसे चार सो रुपए कुंतल गन्ने का भाव किया जाना हैऔर जो किसानों का इकबालपुर मिल गन्ने पर बकाया है वह शासन का मुद्दा है हमारे द्वारे से शासन को प्रस्तुत किया जाएगा

बाइट--शैलेंद्र सिंह----सहायक गन्ना आयुक्तConclusion:किसानों द्वारा लगातार अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया जाता है मगर उसके बावजूद भी किसानों की समस्या जस की तस बनी रहती है अब किसानों ने सहायक गन्ना आयुक्त को अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन दिया है कि उनकी समस्त मांगों को जल्द पूरा किया जाए अगर जल्द मांगे पूरी नहीं होती है तो किसानों द्वारा चेतावनी दी गई है कि वह अधिकारियों का घेराव करेगे और धरना देने को विवश हो जायेगे अब देखना होगा किसानों की समस्याओं का समाधान कब तक हो पाता है
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