हरिद्वार: वैसे तो सरकार किसानों के उत्थान के लिए बड़ी-बड़ी बातें करती है और चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा किसान को ही बनाया जाता है. बावजूद इसके किसानों की समस्याएं जस की तस बनी हुई है. ऐसे में किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, बुधवार को किसानों ने अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर सहायक गन्ना आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर उनके जल्द निवारण की मांग की है.
वहीं, किसानों का कहना है कि सबसे बड़ी समस्या है कि हमारे गन्ने को कम तोला जाता है. साथ ही किसान ने सीधा मंडी में फसल को सही मूल्य पर बेचे जाने की मांग की है. ताकि इसमें कोई भी ब्लैकमेलिंग ना हो. जिससे गन्ना मिलों में सुचारू रूप से गन्ने की सप्लाई कर सके और चार सौ रुपए कुंतल के भाव से उनका गन्ना खरीदा जाए. साथ ही किसानों की मांग है कि जो 2 साल से इकबालपुर गन्ना मिल पर जो बकाया है. उसे जल्द से जल्द दिलवाया जाए. ऐसे में सहायक गन्ना आयुक्त ने आश्वासन दिया गया है कि 3 दिन में मांगों को पूरा किया जाएगा. वहीं, किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती तो मिल अधिकारियों का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा.
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वहीं, इस मामले में सहायक गन्ना आयुक्त शैलेंद्र सिंह का कहना है कि राष्ट्रीय किसान संगम ने हमें ज्ञापन दिया है. किसानों ने इसमें अपनी विभिन्न मांगों को रखा है. किसानों की सभी समस्याओं को सुना गया है और किसानों को आश्वासन दिया है जितनी जल्दी हो सके हम इनकी मांगों को पूरा करेंगे. बाकी जो किसानों के और मुद्दे हैं जैसे चार सौ रुपए कुंतल गन्ने का भाव किया जाना है और जो किसानों का इकबालपुर मिल गन्ने पर बकाया है वह शासन का मुद्दा है और हम इसे आगे शासन को प्रस्तुत करेंगे.